नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
पीके/सीबीटी
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
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अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी से 30 वर्षीय एक व्यक्ति का अपहरण करने और फिरौती मांगने के आरोप में दो जबरन वसूली करने वालों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोपियों की पहचान हरियाणा के पलवल के पास हथीन निवासी धर्मेंद्र और पलवल के मनप्रीत के रूप में हुई है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गुरुवार को एक महिला ने अपने पति पार्थ के सुबह से लापता होने की सूचना दी।
अधिकारी ने कहा, उसने पुलिस को आगे बताया कि उसे अपने पति की रिहाई के लिए एक लाख की फिरौती के लिए एक धर्मेंद्र का फोन आया था, जो पार्थ का दोस्त भी था। उसने वह राशि ट्रांसफर की, बावजूद इसके अपहरणकर्ताओं ने उसे रिहा नहीं किया। उन्होंने फिरौती के रूप में और पैसे की मांग की।
अधिकारी के कहा, जांच के दौरान, यह पता चला कि पीड़ित को हरियाणा के मेवात में बंधक बनाकर रखा गया था। इसके बाद, एक पुलिस टीम को छापेमारी करने के लिए भेजा गया। कई छापेमारी के बाद, धर्मेंद्र और उसके सहयोगी मानवेंद्र को पकड़ लिया गया और बंधक को छुड़ा लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि पार्थ गुप्ता को धर्मेंद्र ने नूंह के न्यू कृष्णा अस्पताल के कमरे में रखा था, जहां वह लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था।
पूछताछ में पता चला कि धर्मेंद्र एक कॉमन फ्रेंड के जरिए पार्थ गुप्ता के संपर्क में आया था।
अधिकारी ने कहा, धर्मेंद्र को पता चला कि पार्थ एक शानदार जीवन जी रहा है और उसके पास काफी पैसा है। उसने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपने सहयोगियों आलम और मुन्ना के साथ मिलकर पार्थ से पैसे ऐंठने की साजिश रची।
योजना के मुताबिक, पार्थ को पलवल में बिजनेस डील के लिए बुलाया गया और वहां उसे अगवा कर बंधक बना लिया गया।
अधिकारी ने कहा, उसे मेवात के खेतों में ले जाया गया, जहां उसे पीटा गया और फिरौती के लिए अपनी पत्नी को बुलाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने कहा कि चंद और आलम के रूप में पहचाने गए दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया है।