नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) के जरिए वित्तीय लेनदेन ने अगस्त महीने में 100 मिलियन का आंकड़ा पार कर लिया, जिसमें कुल लेनदेन की राशि 24,676 करोड़ रुपये रही। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों से इसके बारे में पता चला है।
आंकड़ों के अनुसार, औसतन प्रतिदिन 3.21 मिलियन लेनदेन हुए, जिनमें रोजाना औसतन 796 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ।
जुलाई में, एईपीएस आधारित इंटरऑपरेबल वित्तीय लेनदेन 97 मिलियन थे, जिनकी राशि 24,218 करोड़ रुपये थी। उस महीने में औसतन प्रतिदिन 3.12 मिलियन लेनदेन हुए, जिनकी राशि 781 करोड़ रुपये थी।
एईपीएस लेनदेन की संख्या जून में 11 प्रतिशत बढ़कर 100 मिलियन हो गई, जबकि मई में यह 90 मिलियन और अप्रैल में 95 मिलियन थी।
अगस्त में इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) के जरिए फंड ट्रांसफर अगस्त में 5.78 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जिसमें 12 प्रतिशत सालाना वृद्धि दर्ज की गई। औसतन प्रतिदिन 15 मिलियन लेनदेन हुए, जिनमें रोजाना 18,642 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ।
एनपीसीआई के आंकड़ों के अनुसार, एनईटीसी फास्टैग के जरिए अगस्त में 329 मिलियन लेनदेन हुए, जिसमें 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, और कुल 5,611 करोड़ रुपये एकत्रित हुए, जो 8 प्रतिशत की सालाना वृद्धि है। औसतन प्रतिदिन 10.61 मिलियन लेनदेन हुए, जिनमें रोजाना 181 करोड़ रुपये एकत्रित हुए।
एनपीसीआई प्रणाली आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए वित्तीय समावेशन को सक्षम बना रही है। देश में 1,100 से अधिक सरकारी योजनाएं, कार्यक्रम और पहल केंद्र और राज्यों द्वारा आधार का उपयोग करने के लिए अधिसूचित की गई हैं।
डिजिटल आईडी केंद्र और राज्यों में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को लक्षित लाभार्थियों तक कल्याणकारी सेवाओं की दक्षता, पारदर्शिता और वितरण में सुधार करने में मदद कर रही है।
एनपीसीआई बैंक द्वारा चलाया जाने वाला मॉडल है जो आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से पीओएस (माइक्रो एटीएम) पर ऑनलाइन इंटरऑपरेबल वित्तीय समावेशन लेनदेन की सुविधा देता है। एनपीसीआई के माध्यम से लोग छह प्रकार के लेनदेन कर सकते हैं।
–आईएएनएस
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