मुंबई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन द्वारा अदाणी ग्रुप के चार बॉन्ड को ओवरवेट की रेटिंग दी गई है। साथ ही कहा है कि अमेरिका मामले के बाद उठा तूफान अब थम गया है।
जेपी मॉर्गन ने अपने नोट में अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) के तीन बॉन्ड और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (एईएमएल) के एक बॉन्ड को ओवरवेट की रेटिंग दी है। यह अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की सहायक कंपनी है।
नोट में आगे कहा गया है कि यूएस मामले से आई अस्थिरता के बाद अदाणी समूह के बॉन्ड लगभग 100-200 आधार अंकों तक बढ़ गए हैं।
जेपी मॉर्गन ने कहा कि ऑफशोर ऋण के लिए निकट अवधि की परिपक्वताओं के हिसाब से समूह की कंपनियों की तरलता स्थिर लगती है, उन्होंने आगे कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का बॉन्ड इश्यू फोकस में होगा।
ग्लोबल ब्रोकरेड फर्म के नोट में दी गई जानकारी के मुताबिक, “अदाणी पोर्ट्स के पास आंतरिक नकदी प्रवाह का उपयोग करके कारोबार को स्केल करने और बढ़ाने की क्षमता है। ऐसे कारोबार की आंतरिक इक्विटी वैल्यू मजबूत कंफर्ट उपलब्ध कराती है। इससे क्रेडिट स्ट्रेस का भी खतरा नहीं होता है।”
हाल ही में एक अन्य अमेरिकी फाइनेंशियल रिसर्च फर्म बर्नस्टीन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मौजूदा समय में अदाणी समूह की कंपनियों की वित्तीय स्थिति 2023 में हुए हिंडनबर्ग हमले के मुकाबले काफी मजबूत है।
रिपोर्ट में कहा गया कि यूएस मामले के बाद भी अदाणी समूह की जड़ें चार प्रमुख बिंदुओं जैसे शेयर-गिरवी, लीवरेज, लोन भुगतान और मूल्यांकन में मजबूत बनी हुई हैं।
हिंडनबर्ग संकट के दौरान प्रमुख चिंताओं में से एक शेयरों का गिरवी होना था, लेकिन समूह ने पिछले 1.5 वर्षों में इसे कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, अदाणी समूह की सभी कंपनियों (अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस को छोड़कर) में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी नहीं बढ़ने की वजह कंपनी द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) था।
–आईएएनएस
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