नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर लोकसभा से निलंबित किए गए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को सदन की विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखा।
सूत्रों के मुताबिक, समिति के सामने पेश होकर अधीर रंजन चौधरी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि उनका मकसद किसी की भी भावना को आहत करने का नहीं था।
सूत्रों की मानें तो लोकसभा की विशेषाधिकार समिति कांग्रेस सांसद की सफाई से संतुष्ट नजर आई है और अब समिति लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से अधीर रंजन चौधरी का निलंबन खत्म करने की सिफारिश कर सकती है।
बता दें कि निलंबन के मसले पर लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने इसी महीने 18 अगस्त को अपनी पहली बैठक में अधीर रंजन चौधरी को अपने उपर लगे आरोपों पर अपना पक्ष रखने का मौका देने का फैसला किया था और इसके लिए समिति ने उन्हें 30 अगस्त को समिति की बैठक में आकर पक्ष रखने को कहा था।
दरअसल, संसद के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर 10 अगस्त को सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी को सदन से निलंबित करते हुए उनके मामले को सदन की विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया था।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी द्वारा 10 अगस्त को ही लोकसभा में पेश किए गए प्रस्ताव को सदन द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने उसी दिन अधीर रंजन चौधरी द्वारा सदन में लगातार किए जा रहे व्यवहार की जांच का मामला सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजते हुए समिति की रिपोर्ट आने तक उन्हें सदन से निलंबित करने की घोषणा कर दी थी।
भाजपा सांसद सुनील कुमार सिंह लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष हैं और इसमें सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के कई सांसद सदस्य के तौर पर शामिल हैं।
–आईएएनएस
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