नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने दावा किया है कि ऐसी संभावना है, अगर कांग्रेस अध्यादेश के मुद्दे पर उसका समर्थन नहीं करती है तो सीएम केजरीवाल शुक्रवार को बिहार के पटना में होने वाली विपक्षी पार्टी की बैठक से बाहर निकल सकते हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस अध्यादेश मामले पर अपना रुख स्पष्ट करे। हमने कांग्रेस नेताओं के साथ एक बैठक का अनुरोध किया, लेकिन वे उपलब्ध नहीं थे। अब, अगर कांग्रेस कल विपक्ष की बैठक के दौरान अध्यादेश मुद्दे पर हमारा समर्थन नहीं करती है, तो दिल्ली के सीएम बैठक से बाहर निकल जाएंगे।
केजरीवाल ने 21 जून को विपक्षी नेताओं को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने उनसे संसद में केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ वोट करने की अपील की थी।
केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली का अध्यादेश एक प्रयोग है, और अगर यह सफल हो जाता है तो केंद्र सरकार इसी तरह के अध्यादेशों के जरिए गैर-भाजपा राज्य सरकारों के अधिकारों में कटौती करने के लिए इसे दोहरा सकती है। केजरीवाल ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि वह दिन दूर नहीं जब प्रधानमंत्री 33 राज्यपालों और उपराज्यपालों के माध्यम से सभी राज्य सरकारों पर शासन करेंगे।
केजरीवाल ने कांग्रेस से भी इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की है। केजरीवाल ने कहा, उम्मीद है कि कांग्रेस भी अन्य राजनीतिक दलों की तरह अपनी स्थिति स्पष्ट रूप से बताएगी। बैठक में हिस्सा लेने के दौरान इसके बारे में उनसे जानकारी ली जाएगी। चर्चा का पहला विषय दिल्ली का अध्यादेश होगा। मैं बैठक में उपस्थित प्रत्येक दल को इस अध्यादेश के जोखिमों के बारे में समझाऊंगा। मैं भारत का संविधान लाऊंगा और दिखाऊंगा कि यह अध्यादेश इसे कैसे कमजोर करता है।
–आईएएनएस
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