चेन्नई, 18 मार्च (आईएएनएस)। अन्नाद्रमुक से बाहर किए गए नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) ने पार्टी महासचिव पद के चुनाव के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव एक दिखावा है। याचिका पर न्यायमूर्ति कुमारेश बाबू के समक्ष रविवार सुबह एक जरूरी मामले के रूप में सुनवाई होने की संभावना है।
पार्टी के महासचिव पद के लिए नामांकन रविवार दोपहर 3 बजे तक समाप्त होने के कारण तत्काल सुनवाई की मांग की गई है। ओ पन्नीरसेल्वम द्वारा तत्काल याचिका एडप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) को पार्टी महासचिव बनाए जाने से रोकने के लिए की गई है।
एआईएडीएमके के अंतरिम महासचिव, एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने 26 मार्च को होने वाले चुनावों के लिए महासचिव पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता नाथम आर. विश्वनाथन और पोलाची वी. जयरामन ईपीएस के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल करते समय मौजूद थे।
उम्मीदवार 18 मार्च से अपराह्न् 3 बजे तक नामांकन दाखिल कर सकते हैं। 19 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच 20 मार्च को होगी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उम्मीदवार 21 मार्च को नामांकन वापस ले सकते हैं। मतगणना 27 मार्च को होगी।
इस बीच, अन्नाद्रमुक मुख्यालय में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है क्योंकि महासचिव पद के लिए आवेदन जमा करना शुरू हो गया है।
महासचिव पद के लिए चुनाव कराने का निर्णय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शुरू हुआ है, जिसमें मद्रास उच्च न्यायालय की खंडपीठ के 2 सितंबर के फैसले की पुष्टि की गई थी, जिसने 11 जुलाई, 2022 को एआईएडीएमके की सामान्य परिषद की बैठक को मान्य किया था।
–आईएएनएस
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