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अपनी पत्नी के आरोपों पर जोहो के सीईओ श्रीधर वेम्बू ने तोड़ी चुप्पी

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March 14, 2023
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अपनी पत्नी के आरोपों पर जोहो के सीईओ श्रीधर वेम्बू ने तोड़ी चुप्पी
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नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। जोहो कॉपोर्रेशन के फाउंडर व सीईओ श्रीधर वेम्बू ने मंगलवार को अपनी पत्नी और ऑटिस्टिक बेटे को उनके हालत पर छोड़ने के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी और जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है।

उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

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वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है।

उन्होंने कहा, वह एक सुपर मॉम हैं और वह हमारे बेटे के ऑटिज्म का इलाज करवा रही है। मैंने उनके साथ इसमें कड़ी मेहनत की है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैंने हरसंभव कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी शादी इस तनाव के चलते टूट गई क्योंकि उनका बेटा तमाम इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था।

इसके अलावा, अपने ट्विटर थ्रेड में, उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उनकी पत्नी जोहो कॉर्प में उनके स्वामित्व हित के बारे में कोर्ट में निराधार आरोप लगा रही हैं।

जोहो के सीईओ ने कहा कि उन्होंने कंपनी में अपने शेयर कभी किसी और को ट्रांसफर नहीं किए।

मैंने कभी भी कंपनी में अपने शेयर किसी और को ट्रांसफर नहीं किए। मैं हमारे 27 साल के इतिहास के पहले 24 साल अमेरिका में रहा और कंपनी की अधिकतर चीजों को भारत में बनाया गया था। यह कंपनी के ओनरशिप में भी दिखता है।

इस बीच, जोहो ने घोषणा की है कि उसने संयुक्त अरब अमीरात में अपने ऑपरेशन्स की शुरूआत के बाद से पांच सालों में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है, जो मध्य पूर्व और अफ्रीका मुख्यालय के रूप में कार्य करता है।

जोहोलिक्स दुबई के मौके पर कंपनी के एनुअल यूजर कॉन्फ्रेंस में जोहो के सीईओ और सह-संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने भी देश में विस्तार के लिए एईडी 100 मिलियन के निवेश की घोषणा की।

–आईएएनएस

पीके/एएनएम

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नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। जोहो कॉपोर्रेशन के फाउंडर व सीईओ श्रीधर वेम्बू ने मंगलवार को अपनी पत्नी और ऑटिस्टिक बेटे को उनके हालत पर छोड़ने के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी और जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है।

उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है।

उन्होंने कहा, वह एक सुपर मॉम हैं और वह हमारे बेटे के ऑटिज्म का इलाज करवा रही है। मैंने उनके साथ इसमें कड़ी मेहनत की है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैंने हरसंभव कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी शादी इस तनाव के चलते टूट गई क्योंकि उनका बेटा तमाम इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था।

इसके अलावा, अपने ट्विटर थ्रेड में, उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उनकी पत्नी जोहो कॉर्प में उनके स्वामित्व हित के बारे में कोर्ट में निराधार आरोप लगा रही हैं।

जोहो के सीईओ ने कहा कि उन्होंने कंपनी में अपने शेयर कभी किसी और को ट्रांसफर नहीं किए।

मैंने कभी भी कंपनी में अपने शेयर किसी और को ट्रांसफर नहीं किए। मैं हमारे 27 साल के इतिहास के पहले 24 साल अमेरिका में रहा और कंपनी की अधिकतर चीजों को भारत में बनाया गया था। यह कंपनी के ओनरशिप में भी दिखता है।

इस बीच, जोहो ने घोषणा की है कि उसने संयुक्त अरब अमीरात में अपने ऑपरेशन्स की शुरूआत के बाद से पांच सालों में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है, जो मध्य पूर्व और अफ्रीका मुख्यालय के रूप में कार्य करता है।

जोहोलिक्स दुबई के मौके पर कंपनी के एनुअल यूजर कॉन्फ्रेंस में जोहो के सीईओ और सह-संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने भी देश में विस्तार के लिए एईडी 100 मिलियन के निवेश की घोषणा की।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। जोहो कॉपोर्रेशन के फाउंडर व सीईओ श्रीधर वेम्बू ने मंगलवार को अपनी पत्नी और ऑटिस्टिक बेटे को उनके हालत पर छोड़ने के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी और जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है।

उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है।

उन्होंने कहा, वह एक सुपर मॉम हैं और वह हमारे बेटे के ऑटिज्म का इलाज करवा रही है। मैंने उनके साथ इसमें कड़ी मेहनत की है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैंने हरसंभव कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी शादी इस तनाव के चलते टूट गई क्योंकि उनका बेटा तमाम इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था।

इसके अलावा, अपने ट्विटर थ्रेड में, उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उनकी पत्नी जोहो कॉर्प में उनके स्वामित्व हित के बारे में कोर्ट में निराधार आरोप लगा रही हैं।

जोहो के सीईओ ने कहा कि उन्होंने कंपनी में अपने शेयर कभी किसी और को ट्रांसफर नहीं किए।

मैंने कभी भी कंपनी में अपने शेयर किसी और को ट्रांसफर नहीं किए। मैं हमारे 27 साल के इतिहास के पहले 24 साल अमेरिका में रहा और कंपनी की अधिकतर चीजों को भारत में बनाया गया था। यह कंपनी के ओनरशिप में भी दिखता है।

इस बीच, जोहो ने घोषणा की है कि उसने संयुक्त अरब अमीरात में अपने ऑपरेशन्स की शुरूआत के बाद से पांच सालों में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है, जो मध्य पूर्व और अफ्रीका मुख्यालय के रूप में कार्य करता है।

जोहोलिक्स दुबई के मौके पर कंपनी के एनुअल यूजर कॉन्फ्रेंस में जोहो के सीईओ और सह-संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने भी देश में विस्तार के लिए एईडी 100 मिलियन के निवेश की घोषणा की।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। जोहो कॉपोर्रेशन के फाउंडर व सीईओ श्रीधर वेम्बू ने मंगलवार को अपनी पत्नी और ऑटिस्टिक बेटे को उनके हालत पर छोड़ने के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी और जवाब देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है।

उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

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उन्होंने कहा, वह एक सुपर मॉम हैं और वह हमारे बेटे के ऑटिज्म का इलाज करवा रही है। मैंने उनके साथ इसमें कड़ी मेहनत की है। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैंने हरसंभव कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी शादी इस तनाव के चलते टूट गई क्योंकि उनका बेटा तमाम इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था।

इसके अलावा, अपने ट्विटर थ्रेड में, उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उनकी पत्नी जोहो कॉर्प में उनके स्वामित्व हित के बारे में कोर्ट में निराधार आरोप लगा रही हैं।

जोहो के सीईओ ने कहा कि उन्होंने कंपनी में अपने शेयर कभी किसी और को ट्रांसफर नहीं किए।

मैंने कभी भी कंपनी में अपने शेयर किसी और को ट्रांसफर नहीं किए। मैं हमारे 27 साल के इतिहास के पहले 24 साल अमेरिका में रहा और कंपनी की अधिकतर चीजों को भारत में बनाया गया था। यह कंपनी के ओनरशिप में भी दिखता है।

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उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है।

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उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

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उन्होंने ट्वीट किया, यह पूरी तरह से मनगढ़ंत आरोप है कि कि मैंने प्रमिला और अपने बेटे को आर्थिक रूप से उनके हाल पर छोड़ दिया है। वे मुझसे कहीं अधिक समृद्ध जीवन का आनंद ले रहे हैं और मैंने उनका पूरा समर्थन किया है। पिछले 3 सालों से मेरी यूएस सैलरी उनके पास है, और मैंने अपना घर उन्हें दे दिया है। उनके फाउंडेशन को जोहो का भी समर्थन मिल रहा है।

वेम्बू ने आगे कहा कि वह और उनकी पत्नी प्रमिला 15 साल से अधिक समय से ऑटिज्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है।

ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी) मस्तिष्क के विकास के दौरान होने वाला विकार है जो व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार और संपर्क को प्रभावित करता है।

उनका बेटा ऑटिज्म से पीड़ित है।

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उन्होंने कहा कि उनकी शादी इस तनाव के चलते टूट गई क्योंकि उनका बेटा तमाम इलाज के बाद भी ठीक नहीं हो रहा था।

इसके अलावा, अपने ट्विटर थ्रेड में, उन्होंने आगे उल्लेख किया कि उनकी पत्नी जोहो कॉर्प में उनके स्वामित्व हित के बारे में कोर्ट में निराधार आरोप लगा रही हैं।

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