नई दिल्ली, 29 फरवरी (आईएएनएस)। चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीने में जनवरी 2024 तक केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 11.03 लाख करोड़ रुपये रहा जो पूरे साल के संशोधित अनुमान का 63.6 प्रतिशत है।
लेखा महानियंत्रक द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों में बताया गया है कि पूरे वित्त वर्ष के लिए मूल बजट अनुमान 17.87 लाख करोड़ रुपये था। इसे संशोधित कर 17.35 लाख करोड़ रुपये किया गया था। अब तक राजकोषीय घाटा 63.6 प्रतिशत ही पहुँचा है, जो दर्शाता है कि सरकारी व्यय राजकोषीय विवेक की लक्षित सीमा के भीतर है।
अप्रैल 2022-जनवरी 2023 में राजकोषीय घाटा वित्त वर्ष 2023-24 के लक्ष्य का 67.8 प्रतिशत था।
कर संग्रह में मजबूत वृद्धि के कारण जनवरी 2024 में केंद्र का राजकोषीय घाटा 1.2 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत कम है।
केंद्र सरकार का शुद्ध कर संग्रह – कॉर्पोरेट कर संग्रह में 63 प्रतिशत की वृद्धि और व्यक्तिगत आयकर में 17 प्रतिशत की वृद्धि के कारण जनवरी में सालाना आधार पर 13 प्रतिशत बढ़कर 1.50 लाख करोड़ रुपये हो गया।
–आईएएनएस
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