इस्लामाबाद, 6 मई (आईएएनएस)। शंघाई सहयोग संगठन के 24 घंटों के भीतर जिसने 11 साल बाद भारत में एक पाकिस्तानी विदेश मंत्री के कदम रखने के प्रतीकात्मक मूल्य का प्रदर्शन किया, इस्लामाबाद दो प्रमुख देशों चीन और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय बैठक की मेजबानी कर रहा है।
चीन के विदेश मंत्री किन गैंग पाकिस्तान की औपचारिक यात्रा पर हैं, जबकि अफगानिस्तान के अंतरिम विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी तीन देशों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता के 5वें दौर में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचे।
जानकारी के अनुसार, चीन और अफगानिस्तान दोनों के विदेश मंत्रियों की पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ द्विपक्षीय चर्चा भी होनी है। मुत्तकी को पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यात्रा प्रतिबंध में छूट दी थी, जिससे वह पाकिस्तान की यात्रा कर सके।
अफगान विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता जियाद अहमद टक्कल ने कहा, अफगानिस्तान सरकार द्विपक्षीय राजनीतिक-व्यावसायिक संबंधों, क्षेत्रीय स्थिरता एवं अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच पारगमन पर व्यापक बातचीत करना चाहती है।
इस्लामाबाद में बिलावल भुट्टो ने त्रिपक्षीय बैठक की शुरुआत में चीन के विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक में क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के महत्व पर बल देते हुए, इसे प्राप्त करने के लिए अपने महत्वपूर्ण हितधारक चीन के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
इस्लामाबाद में चीनी विदेश मंत्री के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा, हम शांतिपूर्ण, स्थिर, समृद्ध और एकजुट अफगानिस्तान के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
बिलावल ने कहा, हमारी आज की बातचीत में हमने यह भी देखा कि अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
पाकिस्तान ने चीन के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों के प्रति अपने विस्तारित समर्थन, निर्भरता और प्रतिबद्धता को भी दोहराया। चीन के विदेश मंत्री ने उम्मीद जताई कि राजनीतिक ताकतें अपने मतभेदों को सुलझा सकती हैं और घरेलू, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास की ओर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं।
चीन के विदेश मंत्री गैंग ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, उम्मीद है कि राजनीतिक ताकतें एक साथ मिल सकती हैं और राजनीतिक स्थिरता के मुद्दों को दूर कर सकती हैं ताकि वे हमारे साथ मिलकर घरेलू और आर्थिक मोर्चे पर विकास कर सकें।
इस मौके पर बिलावल ने भारत के साथ जम्मू-कश्मीर विवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की स्थिति के प्रति चीन के समर्थन को भी उजागर किया और उसकी सराहना की।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा, हम पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर विवाद पर चीन के सैद्धांतिक और न्यायपूर्ण रुख के लिए चीन के ²ढ़ समर्थन की गहराई से सराहना करते हैं।
त्रिपक्षीय बैठक पाकिस्तान, चीन और अफगानिस्तान में महत्वपूर्ण क्षेत्रीय हितधारकों के रूप में महत्वपूर्ण महत्व रखती है, जो आतंकवाद, व्यापार, विकास, सीमा सुरक्षा और मानवाधिकारों सहित द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय चिंता के मामलों पर आम सहमति बनाने की ओर देखते हैं।
–आईएएनएस
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