सतना, देशबन्धु। कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में प्र्रदेश के नेता विंध्य के नेताओं को एक जुट होने का संदेश दे गए। कार्यकर्ताओं में भी जोश भरा गया ताकि आने वाले समय में कांग्रेस पूरी ताकत से चुनाव मैदान में उतर सके।
इस आयोजन में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, प्र्रदेश के सह प्रभारी रण विजय सिंह शामिल हुए। प्रदेश प्रभारी बोले, इस विंध्य ने दुनिया, देश को बहुत कुछ दिया। इस धरती को नमन करता हूं। भगवान राम को भगवन बनाने की देन इस विंध्य की है।
उन्होंने कहा कांग्रेस के सिद्धांत, विचारधारा, नेतृत्व सन्देश देते हैं कि मैं नहीं हम। बूथ पर लडऩे, मजबूती से खड़े रहने वाला कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा नेता है। अब नए लोगों को आगे आने का रास्ता देना होगा। प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवरी के कहा, 22 चुनाव का संचालन, 22 साल से सत्ता से बाहर, अद्भुत संयोग है। उन्होंने विधायक डब्बू को कहा, राजनीती में अनुमति नहीं, समन्वय की आवश्यकता होती है। जीतू बोले, चुनाव हार गए, स्वागत, सत्कार, माला, भीड़ में कमी नहीं है… इसलिए बदलाव की जरूरत है। 3 साल से ज्यादा ब्लाक अध्यक्ष का बदलाव करेंगे। आग्रह करते हुए कहा कि पिछली बातें भूलकर पार्टी का आगे भविष्य बनाना चाहिए।
जय भीम, जय भारत
कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में अब नए शब्दों का समावेश हो चुका है। इस बार मंच संचालन कर रहे जिलाध्यक्ष मकसूद अहमद जय भीम, जय भारत बोलते नजर आए। भविष्य में कांग्रेस के वोट बैंक का इसके सुखद परिणाम देखने को मिल सकते हैं। मचंीय कार्यक्रम के दौरान पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को बोलना पड़ा। उन्होंने मंच के सामने खड़े लोगों को टोकते हुए कहा, हमार प्रार्थना है, जे मोबाईल लए खड़े हैं, दाएं, बाएं हुई जाएं। कौनौ माल्यार्पण के जरूरत नहीं आय। शांति बैठी और सुनी। इस सम्मेलन में महिलाओं की संख्या जरूर कम रही। गिनती की करीब 25 महिलाएं ही कार्यक्रम में नजर आईं।
शेरू वहीं रुक जाओ
मंच पर अतिथियों का जमावड़ा होने के बाद युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मशहूद अहमद शेरू अपने साथियों के साथ ढोल नगाड़े लेकर अजगर माला से स्वागत करने भीड़ के बीच से आए। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी खड़े हुए और बोले, शेरू वहीं रुक जाओ, दो लोग माला लेकर आ जाओ, ढोलक बंद करो और बैठ जाओ। इसके पहले स्वतंत्र मिश्रा भी स्वागत करने भीड़ के साथ आए तो प्रदेशाध्यक्ष ने टोका, चश्मे वाले भईया बस हो गया। जाओ पीछे बैठो, अनुशासन बनाओ। इसी बीच जीतू पटवारी ने सामान्य दीर्घा में नीचे की ओर बैठे सईद अहमद को मंच पर बुलाकर स्थान दिया। कुछ देर बाद निखिल तिवारी भी साथियों के साथ माला लेकर स्वागत को पहुंचे तो उन्हें भी रोका गया।
सबको मिला बोलने का मौका
जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने कहा, बूथ जीतो, चुनाव जीतो। मंडलम, सेक्टर बनाए हैं, जिसमें कार्यकर्ता को पूरी सिद्दत से काम करना है। रश्मि पटेल नेता अपने उद्बोधन में कहा कि कांग्रेस राजनैतिक पार्टी नहीं, एक विचारधारा है। इसमें भारत की एकता और अखंडता है। ये बैठक एकजुटता की है। धर्मेश घई ने कहा, भाजपा की कालाबाजारी और जानविरोधी योजनाओं के लिए सड़क पर उतर कर लडऩा होगा। कल्पना वर्मा ने कहा कि एकजुटता दिखानी होगी। पांच साल कांग्रेस एक जुट दिखती है लेकिन जब मन मुताबिक प्रत्याशी को टिकट नहीं मिलता तो दूसरे दल का हाथ थाम लेते हैं।
सिद्धार्थ अंकुरित हो जाएगा
सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा डब्बू ने कहा, 4 जून 2024 के बाद कार्यकर्ताओं का यह मंच लगा है। प्र्रदेश प्रभारी की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपको सतना को समझने में समय लगेगा। बहुत बातें होंगी, कोई कुछ कहेगा, कोई कुछ। डब्बू ने कहा, मुझे कांग्रेस ने जो संरक्षण दिया उसके लिए मेरा परिवार, साथी धन्यवाद देते हैं। उन लोगों का धन्यवाद, जिनसे नहीं मिला उन्होंने भी वोट किया। घर घर जा सकें इसके लिए संगठन से अनुमति मांगते हैं। पिता का उदाहरण देकर कहा कि मेरे पिता 17 चुनाव लड़े थे, 16 हार। हार जीत की बात नहीं, एक बार नहीं बार बार हराना, सिद्धार्थ फुटुक के अंकुरित हो जाएगा।
तेरा- मेरा ना देखें
सह प्रभारी मप्र रणविजय सिंह ने कहा कि एक कॉमन बात सभी जगह से आई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को एक साथ हो जाना चाहिए। यही उम्मीद प्रत्येक कार्यकर्ता से है। कमलेश्वर पटेल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि
जिस दिन सबके मन में कांग्रेस जिंदाबाद होगा उस दिन हम सबका भला होगा। अगर कार्यकर्ता नेता एकजुट होकर काम करें तो उससे मजबूत कुछ नहीं। टांग खिंचाई में हम पीछे रह जाते हैं। नेता लड़ें तो लड़ें, कार्यकर्ता नहीं लड़ें। उन्होंने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष से कहा, मजबूत व्यक्ति का चयन करें, तेरा- मेरा न देखें।
सांड चर रहे दूसरों का खेत
डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा, समन्वय की कोई बात नहीं करता। इस जिले की राजनीती मैं 47 साल से कर रहा हूं। कई उतार चढ़ाव देखे, लेकिन मेरे कदम कभी लडख़ड़ाए नहीं। कल के बाद बहुत से लोग अपने घरों में सिमट जाएंगे। हमें हमेशा कांग्रेस का परचम लहराना है। आज परिस्थितियां बहुत विपरीत हैं,
भाजपा अब वो पार्टी नहीं रही। अब साधू, सन्यासी, बाबा, बैरागी को छोड़ दिया जनता के बीच। ये सांड दूसरों का खेत चर रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा, अब हम अपनी विचारधारा को पकड़ेंगे और उसके हिसाब से अपने आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाएं। प्रदेश में माफियाराज चल रहा है। खाकी का भय समाप्त हो गया, पुलिस भी पिट रही है।
नेता काहे का लड़ें…
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने पूर्व वक्ताओं का समर्थन करते हुए कहा कि नेता काहे लड़ें। यहे सतना से चुनाव हम लड़े रहन, को- को हरवाइन हम जानित हैन। 22 साल से हम पंचे सत्ता के बाहर हैं। घर भर लें, कमा लें, सत्ता ऐसे न चाही। गरीब आदिवासी के आंसू पोंछ लें ऐसे सत्ता चाही। दाऊ साहब से हमी सबक लेय का है के भेदभाव न हो। आज से हमार पंचन के रिश्ता नेतन के और कार्यकर्ता से बराबर होइ तब भाजपा को सत्ता से बाहर कर पाएंगे। राहुल बोले, छोट से छोट घटना में पीडि़त के साथ खड़े हो जाओ तो कांग्रेस पार्टी अपने आप खड़ी हो जाएगी।