भोपाल, 12 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा हमला बोला है उन्होंने कहा है कि हार की आशंका से डरी भाजपा मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर (आईटी) का इस्तेमाल करेगी। कांग्रेस नेताओं के यहां छापे डाले जाएंगे, मगर कांग्रेसी डरने वाले नहीं है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर राज्य की 29 लोकसभा सीटों के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।
इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह सहित सभी पर्यवेक्षक मौजूद रहे।
बैठक में हिस्सा लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य की 29 लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
यह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महासचिव का प्रतिनिधि है, जो चुनाव प्रक्रिया होने और नतीजे आने तक अपने क्षेत्र में रहेंगे। यह पर्यवेक्षक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और निचले स्तर की इकाइयों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे।
दिग्विजय सिंह ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि तमाम सर्वे यह बता रहे हैं कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की बड़ी बहुमत के साथ सरकार बनने वाली है। केंद्र सरकार और बीजेपी घबराई हुई है इसलिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के यहां छापे डालने की तैयारी है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में घोटालेबाज हैं। मगर, उनके यहां ईडी और आईटी के छापे नहीं पड़ेंगे बल्कि जो सत्ता से बाहर हैं और जिन्होंने संघर्ष किया है उन पर दवाब डालने के लिए, आईटी और ईडी के हथियार का डर दिखाने के लिए यहां पर सारी व्यवस्था की जा रही है, हम लोग डरने वाले नहीं है, डरे वह जिसने बेईमानी का काम किया हो, जिसने अघोषित संपत्ति इकट्ठी की हो, कांग्रेसी डरने वाला नहीं।
दिग्विजय सिंह ने छत्तीसगढ़ में आईटी और ईडी की कार्रवाई का हवाला देते हुए कहा कि वहां कांग्रेस सत्ता में है और वहां के मुख्यमंत्री से जुड़े लोगों पर छापे डाले जा रहे हैं।
वहीं मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर आईटी और ईडी के दफ्तर खोलने की बात मीडिया के जरिए पता चल रही है। मंत्री, मुख्यमंत्री और उनके चहेते अधिकारियों के यहां छापे डालिए, मगर जो खबरें आ रही है वह यह बताती है कि वह कांग्रेस पार्टी के नेताओं के यहां छापे डालेंगे, यानी उनकी योजना विपक्ष के नेताओं को डराने की है।
–आईएएनएस
एसएनपी