मास्को, 8 मार्च (आईएएनएस)। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने मंगलवार को कहा कि रूसी सैनिक आर्ट्योमोव्स्क (यूक्रेनी में बखमुत) शहर पर नियंत्रण करने के प्रयास जारी रखे हुए हैं। वहां हाल के दिनों में लगातार लड़ाई देखी है, क्योंकि यह डोनबास में यूक्रेनी सेना के लिए एक महत्वपूर्ण रक्षा केंद्र है।
आरटी के मुताबिक, उन्होंने कहा, आर्ट्योमोव्स्क को नियंत्रण में लेने से यूक्रेन के सशस्त्र बलों की रक्षा में और आक्रामक कार्रवाई करने की अनुमति मिलेगी।
साल 2014 में डोनबास में लड़ाई शुरू होने के बाद से यूक्रेन की सेना के लिए गढ़ होने के साथ-साथ आर्ट्योमोव्स्क कीव द्वारा बनाई गई 70 किलोमीटर लंबी रक्षा पंक्ति का हिस्सा है।
एक महीने के लंबे अभियान में रूसी सेनाओं ने शहर के चारों ओर व्यवस्थित रूप से बस्तियों पर कब्जा कर लिया है और उत्तर, दक्षिण और पूर्व से आर्ट्योमोव्स्क को घेर लिया है।
इस बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने बार-बार जोर देकर कहा कि वह शहर को आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, उनके पश्चिमी समर्थकों और सैन्य सलाहकारों ने कथित तौर पर उनसे अपने नुकसान में कटौती करने और वापस लेने का आग्रह किया।
शोइगू ने यह भी कहा कि रूसी सेनाओं ने निकोलायेवका, ड्वुरचनो, क्रास्नाय गोरा, ग्यार्निकोवका और परस्कोविएवका की बस्तियों को कब्जे में ले लिया है और इससे हथियारों के बल पर रूस को तोड़ने की अमेरिकी रणनीति विफल हो गई है।
उन्होंने कहा, पश्चिमी देश यूक्रेन को हथियारों और सैन्य उपकरणों की आपूर्ति बढ़ा रहे हैं, यूक्रेनी सेना के कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विस्तार कर रहे हैं।
शोइगू ने कहा, उसी समय, नाटो देशों द्वारा कीव शासन का समर्थन युद्ध के मैदान में यूक्रेनी सैनिकों की सफलता के लिए अग्रणी नहीं है। यह देखते हुए कि कीव के नुकसान में काफी वृद्धि हुई है।
मंत्री के अनुसार, जनवरी की तुलना में अकेले फरवरी में यूक्रेन के सशस्त्र बलों के हताहत सैनिकों की संख्या जनवरी की तुलना में 40 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई और आंकड़ा 11,000 से अधिक हो गया।
शोइगू ने कहा, इस संबंध में कीव शासन की अपने लोगों के प्रति उदासीनता आश्चर्यजनक है।
उन्होंने जोर देकर कहा, रूस की प्राथमिकता कर्मियों और नागरिकों के जीवन और स्वास्थ्य का संरक्षण है।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम