कोलकाता, 9 नवंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ गुरुवार को एक घंटे से कुछ अधिक समय में पूरी हो गई।
सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय में प्रवेश के एक घंटे से कुछ अधिक समय बाद बाहर आने पर उन्होंने कहा, “मुझे दस्तावेजों के एक सेट के साथ व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था। मैंने ईडी को 5,500 पन्नों के दस्तावेज सौंपे हैं। उनके अधिकारियों ने कहा कि उन्हें दस्तावेज़ों की जांच करने में कुछ समय लगेगा। इसके बाद अगर उन्हें जरूरी लगेगा तो वे मुझे दोबारा बुलाएंगे और मैं दोबारा आऊंगा।”
उन्होंने कहा कि हालांकि उनके करीबी सहयोगियों और यहां तक कि उनके कानूनी सलाहकारों ने भी उन्हें गुरुवार को उपस्थित न होने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने शारीरिक रूप से उपस्थित होने का फैसला किया।
बनर्जी ने कहा, “मैं हमेशा नैतिक आधार पर ऊँचा बनने की कोशिश करता हूँ। मैंने केवल दो दिन के कम समय में सभी दस्तावेज एकत्र किये और गुरुवार को जमा कर दिया।”
याद दिला दें कि पिछली बार जब वह 13 सितंबर को ईडी कार्यालय में उपस्थित हुए थे, तो केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने उनसे लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। उस दिन ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद उन्होंने मैराथन पूछताछ के नतीजे को “एक बड़ा शून्य” बताया।
संसद की आचार समिति द्वारा ‘नकदी के बदले प्रश्न पूछने के मामले’ में तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश पर टिप्पणी करते हुये पार्टी महासचिव ने कहा कि उन्हें लगता है कि मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं।
बनर्जी ने कहा, “मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ रहा हूं। मुझे कई बार बुलाया गया है और मुझे कई बार पूछताछ का सामना करना पड़ा है। जाहिर तौर पर आचार समिति के कामकाज के तरीके पर सवाल हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं।”
–आईएएनएस
एकेजे
कोलकाता, 9 नवंबर (आईएएनएस)। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ गुरुवार को एक घंटे से कुछ अधिक समय में पूरी हो गई।
सुबह करीब 11 बजे ईडी कार्यालय में प्रवेश के एक घंटे से कुछ अधिक समय बाद बाहर आने पर उन्होंने कहा, “मुझे दस्तावेजों के एक सेट के साथ व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए कहा गया था। मैंने ईडी को 5,500 पन्नों के दस्तावेज सौंपे हैं। उनके अधिकारियों ने कहा कि उन्हें दस्तावेज़ों की जांच करने में कुछ समय लगेगा। इसके बाद अगर उन्हें जरूरी लगेगा तो वे मुझे दोबारा बुलाएंगे और मैं दोबारा आऊंगा।”
उन्होंने कहा कि हालांकि उनके करीबी सहयोगियों और यहां तक कि उनके कानूनी सलाहकारों ने भी उन्हें गुरुवार को उपस्थित न होने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने शारीरिक रूप से उपस्थित होने का फैसला किया।
बनर्जी ने कहा, “मैं हमेशा नैतिक आधार पर ऊँचा बनने की कोशिश करता हूँ। मैंने केवल दो दिन के कम समय में सभी दस्तावेज एकत्र किये और गुरुवार को जमा कर दिया।”
याद दिला दें कि पिछली बार जब वह 13 सितंबर को ईडी कार्यालय में उपस्थित हुए थे, तो केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने उनसे लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। उस दिन ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद उन्होंने मैराथन पूछताछ के नतीजे को “एक बड़ा शून्य” बताया।
संसद की आचार समिति द्वारा ‘नकदी के बदले प्रश्न पूछने के मामले’ में तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश पर टिप्पणी करते हुये पार्टी महासचिव ने कहा कि उन्हें लगता है कि मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं।
बनर्जी ने कहा, “मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ रहा हूं। मुझे कई बार बुलाया गया है और मुझे कई बार पूछताछ का सामना करना पड़ा है। जाहिर तौर पर आचार समिति के कामकाज के तरीके पर सवाल हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि मोइत्रा अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं।”
–आईएएनएस
एकेजे