deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

अमजद अली खान: सरोद की नई धुनों के कारीगर जिन्होंने रागों को दिया नया जीवन

देशबन्धु by देशबन्धु
October 8, 2025
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

मुंबई, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। 9 अक्टूबर 1945 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में संगीत के एक बड़े परिवार में जन्मे उस्ताद अमजद अली खान ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। वह एक महान सरोद वादक थे और साथ ही एक ऐसे कलाकार भी थे, जिन्होंने पुराने के साथ-साथ नए रागों की भी रचना की। इस वजह से उन्हें संगीत की दुनिया में ‘सरोद की नई धुनों के कारीगर’ के नाम से जाना जाता है। उनकी संगीत यात्रा में परंपरा और नवीनता का अनोखा संगम देखने को मिला, जिसने उन्हें अलग पहचान दी।

READ ALSO

जयपुर-अजमेर हाईवे पर भीषण हादसा: केमिकल टैंकर ने सिलेंडर लदे ट्रक को मारी टक्कर

आंध्र प्रदेश: फैक्ट्री विस्फोट में छह की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

अमजद अली खान का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ था, जहां संगीत की परंपरा गहराई से जमी हुई थी। उनके पिता उस्ताद हाफिज अली खान खुद एक प्रसिद्ध सरोद वादक थे, जिन्होंने अपने बेटे को बचपन से ही संगीत की बारीकियां सिखाईं। घर का माहौल संगीत से भरा था, इसलिए अमजद ने महज पांच साल की उम्र में सरोद सीखना शुरू कर दिया। उन्होंने दस साल की उम्र में उस समय के राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद और यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति मार्शल टीटो के सामने संगीत प्रस्तुत किया था। उनकी पहली सार्वजनिक प्रस्तुति उन्होंने 12 साल की उम्र में दी, जिसमें उनकी लयकारी और सुरों की बारीकी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

ADVERTISEMENT

अमजद अली खान ने भारतीय संगीत की परंपरा को न केवल संभाला बल्कि उसे आगे बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह सेनिया बंगश घराने के पांचवीं पीढ़ी के कलाकार थे, जिन्होंने पारंपरिक रागों के साथ प्रयोग करते हुए नए रागों का निर्माण किया। उनके बनाए गए कुछ प्रसिद्ध रागों में ‘हरिप्रिया’, ‘सुहाग भैरव’, ‘विभावकारी’, ‘चन्द्रध्वनि’, ‘मंदसमीर’, ‘किरण’ और ‘रंजनी’ शामिल हैं। ये नए राग उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता का उदाहरण हैं, जिनसे हिंदुस्तानी संगीत को एक नया आयाम मिला। उन्होंने अपनी रचनाओं से संगीत की दुनिया में अलग छाप छोड़ी।

उनका संगीत केवल भारत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वह दुनियाभर में भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए जाने गए। उन्होंने रॉयल अल्बर्ट हॉल, कैनेडी सेंटर, फ्रैंकफर्ट के मोजार्ट हॉल, सिडनी के ओपेरा हाउस सहित कई प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी प्रस्तुति दी। उनके संगीत ने हजारों दिलों को छुआ और भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया। अमजद अली खान ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, महात्मा गांधी और राजीव गांधी जैसे नेताओं को समर्पित विशेष राग भी रचे।

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

अमजद अली खान की निजी जिंदगी भी कला और संगीत से जुड़ी रही। उन्होंने भरतनाट्यम नृत्यांगना शुभालक्ष्मी से शादी की, जिनसे उनकी मुलाकात 1974 में कोलकाता में हुई थी। दोनों की शादी 1976 में हुई और उनके दो बेटे अमान अली बंगश और अयान अली बंगश भी सरोद वादक बने। इस तरह, उनके परिवार में संगीत की परंपरा सातवीं पीढ़ी तक रही।

अमजद अली खान को उनके संगीत के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। उन्हें पद्मश्री (1975), पद्म भूषण (1991) और पद्म विभूषण (2001) से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, यूनेस्को पुरस्कार, कला रत्न पुरस्कार और तानसेन सम्मान भी प्राप्त हुए। ये सभी पुरस्कार उनकी कला की महत्ता और उनके योगदान का सबूत हैं।

–आईएएनएस

पीके/एएस

देशबन्धु

Related Posts

जयपुर-अजमेर हाईवे पर भीषण हादसा: केमिकल टैंकर ने सिलेंडर लदे ट्रक को मारी टक्कर
ताज़ा समाचार

जयपुर-अजमेर हाईवे पर भीषण हादसा: केमिकल टैंकर ने सिलेंडर लदे ट्रक को मारी टक्कर

October 8, 2025
फैक्ट्री विस्फोट में छह की मौत,
ताज़ा समाचार

आंध्र प्रदेश: फैक्ट्री विस्फोट में छह की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

October 8, 2025
ताज़ा समाचार

भारत का हाइड्रोजन युग हो गया शुरू : केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी

October 8, 2025
ताज़ा समाचार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपना आधिकारिक ईमेल एड्रेस बदला, जोहो पर किया स्विच

October 8, 2025
ताज़ा समाचार

नेपाल में भारी बारिश से तबाही: 51 की मौत, 47 घायल

October 8, 2025
ताज़ा समाचार

किम जोंग उन ने प्योंगयांग में लाओस के राष्ट्रपति से बातचीत की

October 8, 2025
Next Post

केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के वैज्ञानिकों को, खोज ऐसी जिसका रेगिस्तानी हवा से पानी इकट्ठा करने में हो सकता है इस्तेमाल

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

120035
Total views : 6045115
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In