मुंबई, 11 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 2 पैसे की बढ़त के साथ 83.01 पर बंद हुआ, जिससे भारतीय मुद्रा में लगातार सातवें दिन बढ़त रही।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कम कीमतों और विदेशी फंडों द्वारा शेयर बाजारों में इक्विटी की निरंतर खरीदारी से रुपये को स्थिर रहने में मदद मिली है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, “रुपये ने दिन के दौरान 82.92 और 83.07 के बीच उतार-चढ़ाव के साथ एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की। बाजार भागीदार शाम के लिए निर्धारित अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) डेटा को करीब से देख रहे हैं। यह महत्वपूर्ण डेटा संघीय परिणाम को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यदि मुद्रास्फीति के आंकड़े कमजोर आते हैं, तो यह फेड को आने वाले महीनों में दर में कटौती पर विचार करने के लिए समर्थन दे सकता है।”
त्रिवेदी ने कहा, “सीमाबद्ध गतिविधियों के बावजूद पूंजी बाजार में सकारात्मक भागीदारी और आरबीआई के हस्तक्षेप से 83.30-83.40 के आसपास समर्थन बनाए रखने से रुपये ने 2024 की शुरुआत में कुछ मजबूती दिखाई है। रुपये के लिए व्यापक सीमा 82.75 और 83.25 के बीच रहने का अनुमान है।”
–आईएएनएस
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