वाराणसी, 14 दिसम्बर (आईएएनएस)। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) अब विभिन्न क्षेत्रों में काशी विश्वनाथ धाम के पुनरुद्धार के प्रभाव का गुणात्मक और वैज्ञानिक अध्ययन करेगा। बीएचयू के अर्थशास्त्र और सामाजिक विज्ञान विभाग ने संयुक्त रूप से अध्ययन करने की बात कही है।
गौरतलब है कि 11 माह पहले पुनर्निर्मित काशी विश्वनाथ धाम में जहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है, वहीं इसकी वजह से आय में भी वृद्धि हुई है। इससे वाराणसी के व्यापार, पर्यटन और आतिथ्य सहित हर क्षेत्र को लाभ हुआ है।
संभागीय आयुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा, हमने महसूस किया कि काशी विश्वनाथ धाम के पुनरुद्धार के बाद होटल, गेस्ट हाउस, फूड आउटलेट, यात्रा, ऑटो, ई-रिक्शा सहित संपूर्ण आतिथ्य क्षेत्र, बुनाई और हस्तशिल्प उद्योग और अन्य सभी क्षेत्रों में वृद्धि हुई।
शर्मा ने कहा, मामले में बीएचयू की मदद मांगी गई थी। विशेषज्ञों से चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि अर्थशास्त्र और सामाजिक विज्ञान विभाग संयुक्त रूप से तथ्य और डेटा एकत्र करके एक गुणात्मक वैज्ञानिक अध्ययन करेगा। इस अध्ययन के लिए बुनियादी अभ्यास बीएचयू के संबंधित विभागों द्वारा किया गया है और डेटा संग्रह जल्द ही शुरू किया जाएगा।
एक बार अध्ययन पूरा हो जाने के बाद, उन्होंने कहा, क्षेत्रवार वास्तविक विकास जानने के लिए ठोस आंकड़े उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि यह अध्ययन आगे की बेहतरी के लिए क्षेत्रवार आवश्यकताओं का आकलन करने में भी मदद करेगा।
–आईएएनएस
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