सैन फ्रांसिस्को, 24 जनवरी (आईएएनएस)। 2023 में भारी छंटनी होने वाली है, ज्यादातर कारोबारी अर्थशास्त्रियों ने भविष्यवाणी की है कि उनकी कंपनियां आने वाले महीनों में पेरोल में कटौती करेंगी। यह बात मीडिया रिपोर्ट्स में कही गई है।
नए सर्वेक्षण का हवाला देते हुए सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, केवल 12 प्रतिशत अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया है कि अगले तीन महीनों में उनकी फर्मो में रोजगार बढ़ेगा। नेशनल एसोसिएशन फॉर बिजनेस इकोनॉमिक्स (एनएबीई) द्वारा सर्वेक्षण किया गया था।
कोविड महामारी के शुरुआती दिनों के बाद यह पहली बार है कि अधिक कारोबारियों ने अपनी फर्मो में नौकरियों के सिकुड़ने का अनुमान लगाया है। एनएबीई के अध्यक्ष जूलिया कोरोनाडो के अनुसार, निष्कर्ष इस साल मंदी में प्रवेश करने के बारे में व्यापक चिंता का संकेत देते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी और बड़ी टेक कंपनियों के चल रहे छंटनी के मौसम में शामिल होने के साथ, लगभग 3,000 तकनीकी कर्मचारियों की अब भारत सहित वैश्विक स्तर पर जनवरी में औसतन प्रति दिन छंटनी की जा रही है।
सर्वेक्षण के अनुसार, आधे से अधिक व्यवसायिक अर्थशास्त्री अगले वर्ष 50 प्रतिशत या उससे अधिक की मंदी का जोखिम महसूस करते हैं, जिसका अर्थ है कि 2023 में अधिक छंटनी होगी।
166 टेक कंपनियों ने अब तक 65,000 से अधिक कर्मचारियों को हटा दिया है। गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने 12,000 कर्मचारियों, या अपने कार्यबल के लगभग 6 प्रतिशत की छंटनी करने की घोषणा की। माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला ने पिछले हफ्ते कहा था कि कंपनी ऐसे बदलाव करेगी जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के अंत तक हमारे कुल कार्यबल में 10,000 नौकरियों की कमी आएगी।
अमेजन ने पहले भारत में लगभग 1,000 सहित वैश्विक स्तर पर 18,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की थी। संगीत स्ट्रीमिंग की दिग्गज कंपनी स्पोटिफाई ने सोमवार को वैश्विक स्तर पर अपने कर्मचारियों के 6 प्रतिशत या लगभग 600 कर्मचारियों को कम करने की घोषणा की।
छंटनी ट्रैकिंग साइट लेयोफ्स डॉट एफवाईआई के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में, 1,000 से अधिक कंपनियों ने 154,336 कर्मचारियों की छंटनी की।
–आईएएनएस
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