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Home Today's Special News

अल-अक्सा मस्जिद मुद्दे पर यूएनएससी आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा

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January 5, 2023
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अल-अक्सा मस्जिद मुद्दे पर यूएनएससी आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा
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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

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मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

एफजेड/एसकेपी

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

–आईएएनएस

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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रामल्लाह, 5 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्विर की निंदा की जाएगी, उन्होंेने हाल ही में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यरुशलम के पवित्र स्थल अल-अक्सा मस्जिद परिसर में बेन-ग्विर की हाल की यात्रा पर चर्चा के लिए यूएनएससी गुरुवार को एक आपातकालीन सत्र आयोजित करेगा। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन के दूत रियाद मंसूर ने एक बयान में कहा कि बेन-ग्विर की कार्रवाई इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी सरकार की मंजूरी के साथ आई है।

मंसूर ने कहा, सत्र से पहले न्यूयॉर्क में अरब राजदूतों की परिषद और इस्लामी समूह के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी, और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के साथ एक संयुक्त फिलिस्तीनी अरब-इस्लामिक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। बेन-ग्विर ने मंगलवार को पूर्वी यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया था, जिसे फिलिस्तीनी पक्ष ने उकसाने वाला बताया था।

अल-अक्सा मस्जिद को यहूदियों द्वारा टेम्पल माउंट और मुसलमानों द्वारा इसे उनके तीसरे सबसे पवित्र स्थल के रूप में माना जाता है। पवित्र स्थल को 1948 से जॉर्डन के एक निकाय, यरुशलम इस्लामिक वक्फ द्वारा प्रशासित किया गया है।

इजराइल और जॉर्डन के बीच 1967 के एक समझौते के तहत, गैर-मुस्लिम उपासक परिसर में जा सकते हैं, लेकिन वहां प्रार्थना करना प्रतिबंधित है। तुर्की, जॉर्डन, मिस्र, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर, ओमान और ईरान समेत कई इस्लामी देशों ने मंत्री की यात्रा की निंदा की है।

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