नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को एक कंपनी और उसके प्रमोटरों द्वारा अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार से संबंधित एक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 118.27 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति कुर्क की है।
अधिकारी ने कहा कि अटैचमेंट शेयर, म्युचुअल फंड, बॉन्ड, एआईएफ (वैकल्पिक निवेश कोष), पीएमएस (पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज), बैंक खातों में पड़ी नकदी, लग्जरी वाहन, फ्लैट, व्यावसायिक व्यावसायिक स्थल, होटल और रिसॉर्ट के रूप में है।
संपत्ति प्रसेनजीत दास, शैलेश कुमार पांडे, तुषार पटेल और टीपी ग्लोबल एफएक्स की है।
ईडी ने टी एम ट्रेडर्स और केके ट्रेडर्स के खिलाफ कोलकाता पुलिस द्वारा आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जांच शुरू की।
ईडी की जांच में पता चला कि प्रसेनजीत दास, शैलेश कुमार पांडे, तुषार पटेल और अन्य व्यक्तियों ने उनके द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित विभिन्न डमी संस्थाओं के माध्यम से, टीपी ग्लोबल एफएक्स के मंच का उपयोग करके विदेशी मुद्रा व्यापार में निवेश करने की आड़ में जनता को धोखा दिया।
इससे पहले, टीपी ग्लोबल एफएक्स द्वारा अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार घोटाले में की गई जांच के दौरान, शैलेश कुमार पांडे और प्रसेनजीत दास को ईडी ने गिरफ्तार किया था। ये दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। आरोपियों द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित 180 बैंक खातों की तलाशी और जब्ती की गई और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत बैंक खातों में पड़ी 121.02 करोड़ रुपये की रकम फ्रीज कर दी गई।
मामले में आगे की जांच जारी है।
–आईएएनएस
एसजीके