नई दिल्ली, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें गुवाहाटी में रोंगाली बिहू समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। मुलाकात के दौरान सरमा ने प्रधानमंत्री मोदी के माता के निधन पर असम के लोगों की तरफ से हार्दिक संवेदनाएं भी व्यक्त कीं।
प्रधानमंत्री मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को 14-15 अप्रैल को गुवाहाटी में लोगों के साथ रोंगाली बिहू समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है, हालांकि अभी उनके दौरे की तारीख तय नहीं हुई है।
सरमा ने आगे बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान असम की विकास योजनाओं की प्रगति और जी 20 से जुड़े विभिन कार्यक्रमों के लिए राज्य सरकार की तैयारी से अवगत कराते हुए उनका मार्गदर्शन भी प्राप्त किया। कामाख्या मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट को लेकर भी प्रधानमंत्री ने फीडबैक दिया।
नीतीश कुमार के बयान को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए सरमा ने कहा कि जब उन्हें राहुल गांधी को ही प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार स्वीकार करना था तो उन्होंने भाजपा का साथ क्यों छोड़ा? मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने एक बार फिर अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तो कोई भी बन सकता है, राहुल गांधी भी बनें, उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जहां तक प्रधानमंत्री का सवाल है, 2024 में भी देश का आशीर्वाद लेकर लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी पर बना रहेगा और वही प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कटाक्ष करते हुए यह भी जोड़ा कि भूपेश बघेल साहब को भी यह बखूबी मालूम है कि राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनना मुमकिन नहीं है।
राहुल गांधी के टीशर्ट वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सरमा ने शर्त लगाने की चुनौती देते हुए कहा कि असम के 10 लड़के राहुल गांधी से भी पतली टीशर्ट पहनकर यहां सात दिन रुक जाएंगे और कुछ नहीं होगा। इससे पहले दिन में भी उन्होंने राहुल गांधी के ठंड से डर नहीं लगने के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि यह उनका व्यक्तिगत मसला है, यह उनका फैशन है, लेकिन अगर वाकई उन्हें ठंड नहीं लगता है तो फिर उन्हें तवांग चले जाना चाहिए।
–आईएएनएस
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