गुवाहाटी, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। असम के सोनितपुर जिले में डायन के संदेह में 35 वर्षीय एक महिला को कथित तौर पर जिंदा जला दिया गया।
हालाँकि हत्या के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है कि महिला की हत्या इसलिए की गई थी क्योंकि आरोपियों का मानना था कि वह डायन थी।
यह घटना रविवार देर रात तेजपुर थाने के अधिकार क्षेत्र में बहबरी गांव में हुई। पुलिस ने बताया कि महिला को नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
सोनितपुर जिले के पुलिस अधीक्षक सुशांत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा कि स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची थी।
सरमा ने कहा, “हमने गांव के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने कथित तौर पर महिला को आग लगा दी थी। उनसे पूछताछ की जा रही है। अभी तक, हम निश्चित नहीं हो सकते हैं कि उसे डायन होने के संदेह में मार दिया गया था।”
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान अजय संघार, धीरज भागुवार, सूरज भागुवार, पिंकू मल्हार, बैला संघार और बाबुल नागधर के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच है।
पुलिस के मुताबिक, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए तेजपुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (टीएमसीएच) भेज दिया गया है।
मृतका की पहचान स्थानीय निवासी राम काति की पत्नी संगीता काति के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि संगीता पर पहले भी हमला हो चुका है और उसे जादू-टोना करने से मना किया गया था।
ग्रामीणों के अनुसार, “ऐसा माना जाता था कि वह जादू-टोना और काला जादू करती थी। रविवार की रात कुछ लोग उसे एक खेत में ले गए और उसके परिवार की सहायता से उसे जिंदा जला दिया।”
–आईएएनएस
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