अमरपाटन, देशबन्धु. एक पत्रकार के द्वारा सिविल अस्पताल अमरपाटन मे स्टैंड पार्किंग का ठेका ले रखा है यहाँ पर मरीज परिजनों के गाड़ी खड़ी करने पर पार्किंग वाले कुछ भी नहीं कहते है और जैसे ही गाड़ी खड़ी करके अंदर जाते है तो चैन लगाकर उनसे मनमानी रकम वसूलते है और कहते है की नो पर्किंग है और उनके द्वारा रसीद मागने पर कहते है की गाड़ी थाने भेज देंगे जहाँ तुम्हारा 1000 का चालान बनेगा जिसे वह लोग डर कर100 से 200,300, यहाँ तक की अगर कोई गाँव का फंस गया तो उससे 500 तक वसूल लेते है और कहते है.
की अस्पताल को 300000 महीना देना पड़ता है तो क्या यह वसूली अस्पताल के द्वारा कराई जा रही है तो फिर उन्हें रसीद क्यो नहीं दी जा रही है जब की अभी बीते कुछ दिन पहले औचक निरीक्षण पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने अस्पताल के अधिकारियो के सामने कहा था की ये अवैध पार्किंग 2 दिन के अंदर बंद हो जानी चाहिए लेकिन अस्पताल के अधिकारी एवं कर्मचारी यह नहीं चाहते यह पार्किंग बंद हो इसीलिए ठेकेदार द्वारा अवैध रूप से वसूली की जाती है.
मिली जानकारी के अनुसार कल िकंचनपुर से आए मरीज के परिजन के साथ अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए मारपीट की साथ ही थाना ले जाकर दबाव बनाते हुए समझौता किया सिविल अस्पताल अमरपाटन में विगत कुछ महीनो से अवैध वसूली का खेल बहुत जोरों से चल रहा है सुलभ कंपलेक्स में आने जाने वालों की गाड़ी पर भी चेन लगाकर एवं अस्पताल परिसर में बने डॉक्टर के रूम पर परिजन मरीज को दिखाने जाते हैं.
वहां पर भी उनकी गाड़ी पर चेन लगाकर अवैध वसूली की जाती है मरीज के परिजनों एवं स्थानीय लोगों द्वारा जिला कलेक्टर मैहर एवं पुलिस अधीक्षक मैहर से मांग की गई है कि यहां पर होने वाली मारपीट व दुर्व्यवहार एवं अवैध पार्किंग वसूली पर रोक लगाई जाए एवं कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए.