विजयवाड़ा, 21 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद वाई.एस. शर्मिला ने रविवार को अपने भाई और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ पहला हमला बोला। उन्होंने सवाल किया कि जगन ने क्या राज्य को विशेष दर्जा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी है?
उन्होंने राज्य को विशेष दर्जा नहीं मिलने के लिए जगन मोहन रेड्डी और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू दोनों को दोषी ठहराया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा मुख्यमंत्री और उनके पूर्ववर्ती दोनों ने राज्य के हितों को गिरवी रख दिया। वाईएसआरसीपी के 22 सांसद और टीडीपी के तीन सांसद भाजपा के हाथों में हैं और दोनों दल भाजपा के इशारे पर चलते हैं।
कार्यभार संभालने के बाद पार्टी कार्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने याद किया कि जगन मोहन रेड्डी ने विशेष दर्जे के लिए भूख हड़ताल की थी, लेकिन पूछा कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के बाद इसे हासिल करने के लिए कोई कदम उठाया।
उन्होंने कहा, जब चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने विशेष दर्जे के लिए लड़ने वालों को जेल में डाल दिया था।
उन्होंने राज्य को कर्ज के जाल में धकेलने और तीन राजधानियों का वादा करने के बाद एक राजधानी विकसित करने में विफल रहने के लिए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार की जमकर आलोचना की।
उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की राजधानी के रूप में अमरावती का विकास नहीं किया, जबकि जगन ने तीन राजधानियों का वादा किया और एक भी विकसित नहीं किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोगों पर 10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। उन्होंने कहा कि जहां चंद्रबाबू नायडू सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया, वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री ने कर्ज को 3 लाख करोड़ रुपये और बढ़ा दिया।
उन्होंने पूछा कि क्या राज्य ने इन 10 वर्षों के दौरान कम से कम 10 प्रमुख उद्योगों को आकर्षित किया है। उन्होंने दावा किया कि सड़कें बनाने के लिए भी फंड नहीं है। यहां तक कि सरकारी कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं मिल रहा है।
“कोई विकास नहीं हुआ है। हर जगह खनन और रेत माफिया ने लूट मचा रखी है।”
पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुईं शर्मिला ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते थे कि वह पार्टी में शामिल हों और वह उन्हें धन्यवाद देती हैं।
–आईएएनएस
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