हैदराबाद, 7 जुलाई (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को अपनी दो आंखें बताते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को उम्मीद जताई कि तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) तेलंगाना में अपना गौरव फिर से हासिल करेगी।
टीडीपी प्रमुख ने यह भी कहा कि टीडीपी के तेलंगाना कार्यकर्ताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से आंध्र प्रदेश चुनावों में पार्टी की शानदार जीत में योगदान दिया।
नायडू यहां पार्टी के तेलंगाना मुख्यालय एनटीआर ट्रस्ट भवन में टीडीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार पार्टी मुख्यालय पहुंचे टीडीपी प्रमुख का पार्टी कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।
नायडू ने बैठक में यह भी कहा कि उन्होंने विभाजन के बाद के मुद्दों को सुलझाने की पहल की और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने इसका स्वागत किया।
“मैं एक बार फिर उनका धन्यवाद करता हूं। तेलुगू राज्यों के बीच एकता होनी चाहिए। अंतर-राज्यीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को रेवंत रेड्डी से मिलने वाले नायडू ने कहा, “तेलुगू भाषा और तेलुगू लोगों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए।”
नायडू ने कहा कि टीडीपी का लक्ष्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों में विकास करना है। उन्हें लगता है कि दोनों के बीच विवाद अधिक नुकसान पहुंचाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्याओं को देने और लेने की भावना से हल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है और आंध्र प्रदेश में एनडीए की सरकार है। हालांकि विचारधाराएं अलग हैं, लेकिन हम तेलुगू भाषी लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करेंगे।”
1995-2004 के दौरान दो कार्यकालों के लिए एकीकृत आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने वाले नायडू ने कहा कि वह यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने और उनका धन्यवाद करने आए हैं, जिन्होंने आंध्र प्रदेश में हाल के चुनावों में पार्टी की जीत में अप्रत्यक्ष रूप से योगदान दिया।
नायडू ने कहा कि हालांकि तेलंगाना में टीडीपी सत्ता में नहीं है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा, “केवल नेता गए हैं। कार्यकर्ता पार्टी के साथ बने हुए हैं।”
उन्होंने टिप्पणी की कि जब तक तेलुगू लोग रहेंगे, टीडीपी का झंडा ऊंचा रहेगा। टीडीपी प्रमुख ने कहा कि पार्टी ने संकट को आंध्र प्रदेश में एक बार फिर सत्ता में आने के अवसर में बदल दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो लोगों ने जो प्यार और स्नेह दिखाया, उसे वे कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने उल्लेख किया कि उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ दुनिया भर के कई देशों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। नायडू ने कहा कि वे अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ हैदराबाद में हुए विरोध प्रदर्शन को नहीं भूल सकते।
उन्होंने कहा, “मुझे टेलीविजन पर एक बैठक देखकर गर्व महसूस हुआ।” उन्होंने याद किया कि टीडीपी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एन. टी. रामाराव कल्याणकारी योजनाओं के प्रणेता थे और उन्होंने प्रशासन में कई सुधार किए। उन्होंने दावा किया कि यह टीडीपी ही थी, जिसने ज्ञान अर्थव्यवस्था का निर्माण शुरू किया, उन्होंने कहा कि उनके बाद कांग्रेस और बीआरएस ने विकास जारी रखा। नायडू ने कहा कि 2019 के बाद आंध्र प्रदेश में विनाशकारी शासन था।
उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के शासन ने राज्य को विभाजन से ज्यादा नुकसान पहुंचाया। उन्होंने उल्लेख किया कि हैदराबाद से लोग वोट डालने के लिए 70 ट्रेनों से आंध्र प्रदेश आए। एनआरआई भी लाखों रुपये खर्च करके राज्य में आए। उन्होंने कहा, “सभी लोगों के वोट डालने के साथ ही आंध्र प्रदेश में सुनामी आ गई।”
–आईएएनएस
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