नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। चेहरे की सुंदरता में आइब्रो यानी भौंहे बहुत अहम होती हैं। एक अच्छी शेप और सही उभार वाली आइब्रो न केवल चेहरे की बनावट को निखारती हैं, बल्कि आपकी मुस्कुराहट और एक्सप्रेशन्स को भी खास बनाती हैं। हालांकि, बहुत से लोगों की आइब्रो फ्लैट होती हैं, जिससे उनका लुक भी प्रभावित होता है। ऐसे में आइब्रो को प्राकृतिक तरीके से निखारना और उन्हें मजबूत बनाना महत्वपूर्ण हो सकता है।
वैज्ञानिक अध्ययनों के मुताबिक, आइब्रो के आसपास की मसल्स की नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से उनकी प्राकृतिक शेप और उभार में सुधार होता है। इसके अलावा, चेहरे की मांसपेशियों की सक्रियता बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो बालों के विकास को भी बढ़ावा देता है।
अगर माथे पर हल्का दबाव डालकर आइब्रो को ऊपर उठाने पर जोर दिया जाए, तो शोध बताते हैं कि इस तरह के मसल्स एक्टिवेशन से माथे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे झुर्रियां कम होती हैं और आइब्रो की हाइट बढ़ती है। 2 से 4 सेकंड तक आइब्रो को ऊपर रखने से मसल्स में खिंचाव पैदा होता है, जो उनकी मजबूती के लिए जरूरी है।
वहीं दोनों हाथों की इंडेक्स फिंगर्स को आइब्रो के बीच रखने और नीचे के हिस्से को दबाते हुए आइब्रो के किनारों तक ले जाने की प्रक्रिया से भी उस जगह को पोषण मिलता है। वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि इससे न केवल मसल्स मजबूत होती हैं, बल्कि आसपास की त्वचा का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन से आइब्रो के बालों को पोषण मिलता है, जो बालों को घना और मजबूत बनाता है। साथ ही, त्वचा की कोशिकाओं की मरम्मत में भी मदद मिलती है, जिससे त्वचा की गुणवत्ता सुधरती है।
इसके अलावा, आइब्रो के बीच की उंगलियों को ऊपर की ओर ले जाकर हल्का मसाज देने से चेहरे की मांसपेशियों को स्ट्रेच और रिलैक्स मिलता है। यह स्ट्रेचिंग फेशियल मसल्स की लचीलापन को बढ़ाती है और मसल्स के तनाव को कम करती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, मसल्स की लचीलापन में सुधार से आइब्रो का आकार अधिक आकर्षक बनता है और उनका नेचुरल उभार बेहतर होता है। इस अभ्यास को नियमित करने से चेहरे की मांसपेशियों में सुधार के साथ-साथ त्वचा की रंगत भी निखरती है।
–आईएएनएस
पीके/एएस