नई दिल्ली, 30 मई (आईएएनएस)। आईआईटी ने पेशेवर लोगों के लिए फिनटेक और साइबर सुरक्षा (ऑनलाइन) में एमबीए कोर्स किए गए हैं। आईआईटी जोधपुर के मुताबिक उनके इस एमबीए कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य भारत और विश्व स्तर पर तेजी से बढ़ते फिनटेक उद्योग के लिए कुशल पेशेवरों की मांगों को पूरा करना है। यह कोर्स एक एप्लीकेशन-आधारित शिक्षण ²ष्टिकोण को अपनाता है जिसमें केस स्टडी और वास्तविक दुनिया के उदाहरणों का उपयोग किया गया है।
आईआईटी का कहना है कि इस पाठ्यक्रम में प्रबंधन की बारीकियों के साथ फिनटेक और साइबर सुरक्षा में विशेष और उन्नत पाठ्यक्रमों का समावेश है। प्रत्येक सत्र में अनिवार्य रूप से एक ऑन-कैंपस गतिविधि शामिल है ताकि छात्र अपने सहपाठियों और प्रोफेसरों के साथ मिलकर कार्य कर सकें। इस कार्यक्रम में नामांकित छात्रों के पास डिग्री प्रोग्राम को पूरा करने के कई विकल्प हैं जिससे वो परिस्थितीनुसार शीघ्र या धीमी गति से पाठ्यक्रम को पूरा कर सकें।
इस पाठ्यक्रम में आवेदन की अंतिम तिथि 12 जून है। अभ्यर्थी फिनटेक और साइबर सुरक्षा में एमबीए प्रोग्राम (ऑनलाइन) के लिए अंतिम तिथि के पूर्व आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स के लिए ऑनलाइन कक्षाएं 2 जुलाई 2023 से शुरू होंगी।
इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए योग्यता मानदंड यह है कि उम्मीदवार को इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी में न्यूनतम 4 साल की अवधि की स्नातक की परीक्षा 60 प्रतिशत अंकों (एससी, एसटी और पीडब्ल्यूडी के लिए 55 प्रतिशत) के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार को सम्बंधित उद्योग में कम से कम 2 साल के अनुभव के साथ पूर्णकालिक कर्मचारी होना चाहिए।
पाठ्यक्रम के महत्व के बारे में बताते हुए आईआईटी जोधपुर के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप की प्रमुख प्रो. संगीता साहनी ने कहा, भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है। सूचना तुरंत उपलब्ध होने और सटीक होने पर बाजार कुशलता से काम करता है। इसलिए वित्तीय बाजार के बुनियादी ढांचे की जटिलता को देखते हुए वित्तीय बाजारों के लिए कई महत्वपूर्ण खतरे भी हैं जो साइबर कमजोरियों से उत्पन्न होते हैं। एसएमई में फिनटेक और साइबर सुरक्षा में एमबीए कार्यक्रम लॉन्च करने पर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बहु-विषयक होने के कारण आईआईटी से एमबीए करना छात्रों के लिए और भी अधिक बेहतर है क्योंकि छात्र स्वयं के लिए यहां नेटवर्क बना सकते हैं।
–आईएएनएस
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