इस्लामाबाद, 20 मार्च (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने इन दावों को खारिज कर दिया है कि वैश्विक ऋणदाता ने पाकिस्तान के लिए एक ऋण कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी, जो दोनों पक्षों के बीच हफ्तों तक बातचीत में लगे रहने के बावजूद महीनों से रुका हुआ था।
जियो न्यूज ने बताया कि इस्लामाबाद में आईएमएफ के रेजिडेंट प्रतिनिधि एस्थर पेरेज रुइज ने एक्सटर्नल फंड फैसिलिटी (ईएफएफ) के साथ किसी भी तरह का संबंध जोड़ने से इनकार किया।
अधिकारी ने कहा, हालिया अटकलों के बारे में कि आईएमएफ समर्थित कार्यक्रम के तहत नौवीं समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ कार्यक्रम की चर्चा में पाकिस्तान के परमाणु हथियार कार्यक्रम शामिल हो सकते हैं, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए फंड के जनादेश के अनुरूप, पाकिस्तान की आर्थिक और भुगतान समस्याओं के संतुलन को हल करने के लिए चर्चाओं ने विशेष रूप से आर्थिक नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया है।
16 मार्च को, वित्त मंत्री इशाक डार ने वादा किया कि देश के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम पर कोई समझौता नहीं होगा।
उन्होंने आईएमएफ के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने में देरी के बारे में सीनेटर रजा रब्बानी के सवालों के जवाब में सीनेट में बयान दिया।
जियो न्यूज ने बताया कि रब्बानी ने खेद व्यक्त किया कि संसद के ऊपरी सदन को न तो पहले और न ही आज इस बात पर विश्वास में लिया गया कि पाकिस्तान को ऋण सुविधा देने के लिए आईएमएफ की शर्तें क्या हैं।
–आईएएनएस
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