तेल अवीव, 17 अगस्त (आईएएनएस) इजरायल और हमास के बीच शांति वार्ता के बाद भी इजरायल रक्षा बलों ने दक्षिणी गाजा में बड़े पैमाने पर लोगों को निकासी का आदेश दिया है।
आईडीएफ के अरबी भाषा के प्रवक्ता अविचाय एड्रै ने शुक्रवार देर रात यह घोषणा की है।
एड्रै ने बयान में कहा, “हमास और आतंकवादी संगठन आपके क्षेत्र से इजरायल की ओर रॉकेट दाग रहे हैं। इसलिए इजरायली सेना इन तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।”
अरबी भाषा के प्रवक्ता अविचाय एड्रै ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी एक बयान में कहा कि बेत हनून क्षेत्र के शिविरों में रह रहे निवासी और विस्थापित लोग, मध्य गाजा में चले जाएं।
बता दें कि अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद कतर की राजधानी दोहा में इजरायल और हमास के बीच शांति वार्ता हुई। अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख विलियम बर्न्स ने किया, जबकि कतर का प्रतिनिधित्व मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी और मिस्र की ओर से खुफिया प्रमुख मेजर जनरल अब्बास कामेल ने किया। इजरायली पक्ष का नेतृत्व मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया और शिन बेट प्रमुख रोनेन बार ने किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दोहा में आयोजित शांति वार्ता को लेकर काफी आश्वस्त दिखे थे। ये वार्ता कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से बातचीत की है। ये बातचीत अगले सप्ताह काहिरा में जारी रहेगी।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि 1,70,000 से अधिक विस्थापित लोग निकासी आदेश से प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा, “यह दक्षिणी गाजा में अब तक के सबसे बड़े निकासी आदेशों में से एक है।”
ज्ञात हो कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजरायल पर हमला बोल दिया था। इस हमले में 1,200 लोगों की हत्या की गई, जबकि 251 लोगों को बंधक बना लिया था। फिलहाल 111 लोग अभी भी हमास के कब्जे में है। इसके बाद से ही इजरायल लगातार हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है।
–आईएएनएस
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