नई दिल्ली, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। कभी दुनिया के महानतम फिनिशर की लिस्ट में शामिल रहे महेंद्र सिंह धोनी अब रन चेज करते हुए मैच फिनिश करने से बार-बार चूक रहे हैं। धोनी की मैच फिनिशिंग क्षमताएं विश्वस्तरीय रही हैं। चाहे वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट हो या आईपीएल, धोनी ने बार-बार साबित किया है कि मैच फिनिश करने की कला के वह मास्टर हैं। लेकिन उम्र के बढ़ते दौर के साथ वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए ऐसा करने में लगातार असफल हो रहे हैं और सीएसके के रन चेज पर भी इसका असर पड़ रहा है।
सीएसके 180 से अधिक रनों का पीछा करने में इस सीजन में ही तीसरी बार लगातार फेल हुई है। इसके पीछे धोनी का काफी निचले क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आना और मैच फिनिश नहीं कर पाना भी एक कारण बनकर सामने आया है। धोनी इस सीजन में सीएसके के लिए सातवें से लेकर नौवें स्थान पर बल्लेबाजी करने आए। हालांकि इस क्रम पर जिस आतिशी बल्लेबाजी की दरकार होती है, धोनी उसे पूरी तरह इम्प्लीमेंट नहीं कर पाए।
पिछले मैच की बात करें, तो चेपॉक के मैदान में दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 183 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी सीएसके 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 158 रन ही बना सकी। दिल्ली कैपिटल्स ने सीएसके को उसी के घर पर 25 रनों से मात दी। सीएसके की ओर से सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने 26 गेंद खेली और 30 रन बनाए। धोनी नॉट आउट ही पवेलियन लौटे। लेकिन, उनकी धीमी बल्लेबाजी टीम की जीत के लिए नाकाफी थी।
एक वक्त था जब धोनी सीएसके के लिए मैदान पर उतरते थे तो विरोधी दल के गेंदबाज उनसे खौफ खाते थे। लेकिन अब न तो धोनी अधिक बैटिंग कर रहे हैं और न ही बल्लेबाजी से वह प्रभाव छोड़ पा रहे हैं। इसके पीछे उनकी बढ़ती उम्र, घुटने की समस्या और तेजी से गिरती हुई फिटनेस अहम कारण रहे हैं।
धोनी के आंकड़ों पर गौर करें तो जिस मैच में टीम ने जीत हासिल की है, वहां धोनी ने बल्लेबाजी से 3 मैच की 3 पारियों में कुल 9 रन बनाए हैं। वहीं, सीएसके जो मैच नहीं जीत पाई, उन मैचों में धोनी के बल्ले से 7 पारियों में 196 रन निकले हैं। धोनी के बल्ले से 14 चौके और 14 छक्के लगे हैं। आंकड़े बताते हैं कि धोनी अब अकेले दम पर मैच फिनिश नहीं कर पा रहे हैं। धोनी का संघर्ष और सीएसके की रन चेज में हार भी काफी हद तक एक दूसरे से जुड़ गई है, क्योंकि बीते 10 मैच में जहां सीएसके को 180 प्लस का टारगेट मिला, वहां सीएसके को हार मिली।
सीएसके 2020 में राजस्थान के सामने 217 रनों का पीछा करने में विफल रही। 2022 में पंजाब किंग्स के सामने 181 रनों का पीछा भी सीएसके नहीं कर पाई। इसी साल पंजाब किंग्स ने 188 का टारगेट सेट किया। लेकिन, सीएसके के बल्लेबाजों ने एक बार फिर निराश किया। 2023 में राजस्थान रॉयल्स के सामने सीएसके 203 रनों का पीछा नहीं कर पाई। 2024 में डीसी के सामने 192 रनों का लक्ष्य का पीछा करने में सीएसके को हार का सामना करना पड़ा। 2024 में जीटी के सामने 232 रनों का पीछा करते हुए सीएसके को हार मिली। 2024 में आरसीबी के सामने 219 रनों के आगे भी सीएसके चेज करने में विफल रही।
आईपीएल 2025 में चेपॉक के मैदान में आरसीबी ने सीएसके को 197 रनों का लक्ष्य दिया। सीएसके यहां पर चेज करने में विफल रही और 17 साल बाद यहां पर मैच गंवाया। इसी सीजन में राजस्थान रॉयल्स से मिले 183 रनों का पीछा सीएसके नहीं कर पाई। दिल्ली कैपिटल्स के हाथों भी 184 रनों का पीछा करने में सीएसके फेल साबित हुई।
–आईएएनएस
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