रायपुर, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुरैना में कथा संपन्न करने के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गुढ़ियारी के अवधपुरी मैदान में कथा स्थल पर पहुंचे, जहां हजारों श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया।
मीडिया से बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “यह वही जगह है जहां से हमने हिंदू राष्ट्र की बात शुरू की थी। छत्तीसगढ़ हमारे दिल के बेहद करीब है।” उन्होंने सामाजिक समरसता और हिंदू राष्ट्र के अपने अभियान को और मजबूती से जारी रखने का संकल्प दोहराया।
उन्होंने कहा, “हम किसी को छेड़ते नहीं, लेकिन जो हमें छेड़ता है, उसे छोड़ते भी नहीं। ‘आई लव मोहम्मद’ कहना बुरा नहीं, लेकिन ‘आई लव महादेव’ भी उतना ही स्वीकार्य होना चाहिए। देश का कानून किसी को बख्शने वाला नहीं।”
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में हो रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “नक्सलवाद छत्तीसगढ़ के लिए काला धब्बा था। इसका खात्मा स्वागतयोग्य है और इसे पूरी तरह मिटाना जरूरी है।” उन्होंने अपने अभियान को राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता की दिशा में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा।
उन्होंने तमिलनाडु में भगवान राम के पोस्टर जलाए जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “ऐसी घटनाएं निंदनीय हैं। विपक्ष के नेता, जो अन्य मजहबों के मुद्दों पर मुखर रहते हैं, इस मामले पर चुप क्यों हैं? उन्हें भगवान राम के अपमान पर भी बोलना चाहिए। सेकुलर नेताओं को सभी धर्मों की आवाज समान रूप से उठानी चाहिए।”
पीओके मुद्दे पर शास्त्री ने कहा कि हम पाकिस्तान द्वारा कब्जाई गई जमीन वापस लेंगे। ऐसा करने का यही सही समय है। पाकिस्तान में इस समय अराजकता का माहौल है। मैं पाकिस्तान में भी शांति के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। अगर वे पाकिस्तान को नहीं संभाल पा रहे हैं, तो भारत लौट जाएं।
–आईएएनएस
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