भुवनेश्वर, 5 मार्च (आईएएनएस)। बीजू जनता दल (बीजद) के वाइस प्रेसिडेंट देवी मिश्रा ने बीजू पटनायक की जयंती पर आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए आज के दिन को बीजद के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह दिन हमारी स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता, बीजू पटनायक के योगदान को याद करने का है। बीजू पटनायक एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में समर्पित कर दी। उनका योगदान भारतीय राजनीति और ओडिशा के विकास में अद्वितीय रहा।
उन्होंने कहा कि बीजू पटनायक ने न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी स्वतंत्रता संग्रामों में योगदान दिया। उन्होंने इंडोनेशिया में डच साम्राज्य से स्वतंत्रता की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसके लिए उन्हें इंडोनेशिया द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान “बंटांग जय शुक्तम” से सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अतुलनीय था। वह 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के प्रमुख नायक थे और उनका साहसिक नेतृत्व कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा। इसके बाद बीजू पटनायक ने स्वतंत्र भारत में एक राजनेता के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई बार देश की राजनीति में अपनी सलाह और नेतृत्व से मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने कहा कि ओडिशा में बीजू पटनायक का योगदान विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने ओडिशा में कई प्रमुख विकास परियोजनाएं शुरू की, जिनमें आईआईटी, खनिज अनुसंधान प्रयोगशाला, और इंजीनियरिंग कॉलेजों का निर्माण शामिल था।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, उन्होंने ओडिशा में स्टील और एल्युमिनियम प्लांट्स जैसे औद्योगिक परियोजनाओं की स्थापना के लिए कार्य किया, जिससे राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला और लोगों को रोजगार मिला। बीजू पटनायक के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में विकेंद्रीकरण की प्रक्रिया की ओर भी इशारा किया, जिसमें पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने की दिशा में काम किया गया। नब्बे के दशक में महिला आरक्षण के मुद्दे पर उनका नेतृत्व महत्वपूर्ण था, और उन्होंने कई विधेयकों का संचालन किया, जो महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देते थे।
उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक ने पार्टी कार्यकर्ताओं और राज्यवासियों से आह्वान किया कि वे बीजू पटनायक के योगदान को याद रखें और राज्य के विकास में अपना योगदान दें। यह दिन ओडिशा के लोगों के लिए गर्व का दिन है, क्योंकि उन्होंने एक महान नेता की विरासत को संरक्षित किया है।
–आईएएनएस
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