प्रयागराज, 24 मई (आईएएनएस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को पुंछ दौरे पर थे। यहां उन्होंने स्कूली बच्चों सहित उन परिवारों के लोगों से मुलाकात की, जिन्होंने पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में अपनों को खो दिया। राहुल गांधी ने अपने दौरे के दौरान गुरुद्वारे में भी मत्था टेका। राहुल गांधी के पुंछ दौरे को लेकर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी पहले भी वहां गए हैं। वह हमेशा की तरह कश्मीर के लोगों के साथ आज भी खड़े हैं।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल ने पुंछ दौरे के दौरान पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की जो पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में घायल हुए या अपनी जान गंवा दी।
सेना के सम्मान में कांग्रेस की जय हिंद यात्रा पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि हम सेना के समर्थन में यात्रा निकाल रहे हैं। आतंकवाद के खिलाफ सबसे बड़ी कुर्बानी भी कांग्रेस ने दी। इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी की कुर्बानी देश जानता है। कभी भाजपा भी अपना इतिहास बताए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आतंकवाद चरम पर है, हम सेना के समर्थन में जय हिंद यात्रा निकाल रहे हैं। सेना के शौर्य और पराक्रम पर हमें गर्व है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं की टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि भाजपा चारों तरफ से सीजफायर के मुद्दे पर घिर गई है। भाजपा बताए कि आखिर क्यों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर की मध्यस्थता की। सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी। जहां तक राहुल गांधी की बात है तो पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्होंने सबसे पहले केंद्र सरकार का समर्थन किया। राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरा विपक्ष केंद्र सरकार के साथ था। सर्वदलीय बैठक हुई तो उसमें राहुल गांधी शामिल हुए। राहुल गांधी पर सवाल पूछने वाले यह जान लें कि राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को चीरकर दो टुकड़े कर दिए थे। लेकिन, पीएम मोदी तो काबुल से सीधे पाकिस्तान के लाहौर पहुंच गए थे।
हाल ही में राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर कर कई सवाल पूछे। राहुल के सवालों और आरोपों को विदेश मंत्रालय की ओर से खारिज कर दिया गया। कांग्रेस का आरोप है कि जिस वक्त भारतीय सेना पाकिस्तान पर अटैक करने वाली थी, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को सूचना दी।
–आईएएनएस
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