नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने गुरुवार को रोहतक रोड से नांगलोई मेट्रो स्टेशन होते हुए टिकरी बॉर्डर तक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सड़क के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और जल निकासी व्यवस्था और आउटलेट में समस्या थी, जिससे जलभराव की समस्या पैदा हो गई है।
मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और तुरंत मुद्दों को हल करने और प्राथमिकता के आधार पर सड़क के पूरे हिस्से को बेहतर बनाने के लिए एक योजना तैयार करने का निर्देश दिया।
आतिशी ने संबंधित इंजीनियरों की भी खिंचाई की और उन्हें चेतावनी दी कि अगर उन्होंने जिम्मेदारी से काम नहीं किया तो उन्हें पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, “केजरीवाल सरकार में सड़कों को लेकर इस तरह की लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाता है।”
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि सड़कें जर्जर होने और ऊपरी सतह बुरी तरह से खराब होने के अलावा फुटपाथों के तत्काल रखरखाव की भी जरूरत थी।
इसके अलावा, जल निकासी व्यवस्था के खराब रखरखाव के कारण सड़क के विभिन्न हिस्सों में जलजमाव हो गया, जिसके परिणामस्वरूप सड़कें और क्षतिग्रस्त हो गईं और यातायात अराजकता पैदा हो गई।
इन मुद्दों के आलोक में पीडब्ल्यूडी मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई और उन्हें पूरी सड़क का व्यापक निरीक्षण करने का निर्देश दिया और एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी।
उन्होंने सड़कों, सेंट्रल वर्ज और फुटपाथों को बेहतर बनाने के साथ-साथ निवासियों की सुविधा के लिए जल निकासी के मुद्दों के समाधान के लिए फौरन कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
आतिशी के कार्यालय ने कहा, “पीडब्ल्यूडी मंत्री ने पुष्टि की कि दिल्ली सरकार वैश्विक मानकों के अनुसार सड़कों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए समर्पित है। इंजीनियरों को अपने क्षेत्रों में सड़कों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और लगन से काम करना चाहिए, अन्यथा उन्हें सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। केजरीवाल सरकार इस संबंध में किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।“
–आईएएनएस
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