मुंबई, 22 सितंबर (आईएएनएस)। जाने-माने निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ‘शंकर’ नामक एक ऐतिहासिक बायोपिक बनाने की योजना बना रहे हैं। यह वैदिक विद्वान और गुरु आदि शंकराचार्य के जीवन पर आधारित होगी। उनका यह बयान ओंकारेश्वर में विशाल ‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ के अनावरण के बीच आया है।
‘स्टैच्यू ऑफ वननेस’ महान विद्वान, दार्शनिक और शिक्षक को श्रद्धांजलि देने वाली 108 फुट की विशाल प्रतिमा है।
फिल्म की घोषणा आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास ने की, जिन्होंने इसे आदि शंकराचार्य के जीवन और ज्ञान को बड़े पर्दे पर लाने के लिए आशुतोष गोवारिकर के साथ एक सहयोगात्मक प्रयास बताया।
परियोजना का उल्लेख करते हुए आशुतोष गोवारिकर ने कहा, “आदि शंकराचार्य भारतीय इतिहास में एक उल्लेखनीय व्यक्ति थे, और उनकी शिक्षाएं दुनिया भर के लोगों के साथ गूंजती रहती हैं। मैं उनके जीवन और ज्ञान को उजागर करने का अवसर पाकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘लगान’ निर्देशक की फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा, ”आदि शंकराचार्य की शिक्षाओं, उनकी बौद्धिक शक्ति और विविध पहलुओं को एकजुट करने के उनके अथक प्रयासों के गहन प्रभाव का पता लगाने का यह बिल्कुल सही समय है और मुझे बेहद खुशी है कि हम इसके लिए फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर के साथ सहयोग कर रहे हैं।”
महान विद्वान, शिक्षक, दार्शनिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शक के जीवन पर आशुतोष गोवारिकर की सिनेमाई प्रस्तुति का लक्ष्य एक स्तर की सटीकता के लिए श्रमसाध्य, सावधानीपूर्वक और विस्तृत शोध में गहराई से उतरना है, जिसका उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन करना और उन्हें शिक्षित करना है, साथ ही उन्हें प्रेरित करने का भी प्रयास करना है।
आदि शंकराचार्य को वैदिक दर्शन, विशेष रूप से अद्वैत वेदांत से संबंधित विषयों के संबंध में भारतीय बौद्धिक विचारों के लिए मार्ग प्रशस्त करने में एक क्रांतिकारी माना जाता है, जहां उन्होंने मानक सैद्धांतिक रूप से अमूर्त शिक्षाओं की बजाय कई पवित्र ग्रंथों की पारंपरिक शिक्षाओं को अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ पेश किया।
–आईएएनएस
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