नई दिल्ली, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार का दावा है कि उसने बीते नौ साल में दिल्ली की जनता को बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा समेत अन्य कई सुविधाएं देने के साथ-साथ सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में भी रिकॉर्ड बनाया है।
‘रेवड़ी पर चर्चा’ के दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में आए बदलाव पर भी खुल कर चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान कार्यकर्ता मेट्रो और सड़क परिवहन के क्षेत्र में हुए विस्तार के बारे में भी बता रहे हैं कि बीते नौ साल में ‘आप’ की सरकार ने मेट्रो लाइन को 200 किलोमीटर से बढ़ाकर 450 किलोमीटर किया है। इसके अलावा 10 हजार किमी सड़क और 38 फ्लाईओवर बनवाए हैं। इस दौरान लोगों से फीडबैक लेकर शीर्ष नेताओं तक पहुंचाया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पूरी दिल्ली में रोजाना दो हजार बैठकें कर ‘रेवड़ी पर चर्चा’ कर रहे हैं। इस चर्चा में दिल्ली की जनता को दी जा रही मुफ्त सुविधाओं के साथ-साथ बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हुए विकास के बारे में भी बताया जा रहा है। ‘रेवड़ी पर चर्चा’ के दौरान ‘आप’ कार्यकर्ता बता रहे हैं कि पहले दिल्ली में मेट्रो लाइन केवल 200 किलोमीटर थी। लेकिन, ‘आप’ सरकार ने नौ साल में इसे बढ़ाकर 450 किलोमीटर कर दिया है। अब दिल्ली के कई इलाके मेट्रो से जुड़ गए हैं। इससे लाखों लोगों को सफर करने सहूलियत मिली है। अभी कई इलाकों में मेट्रो का विस्तार हो रहा है और आने वाले दिनों में लाखों लोगों का सफर आसान होने जा रहा है।
पार्टी कार्यकर्ता ‘रेवड़ी पर चर्चा’ के दौरान दिल्ली की सड़कों में आए सुधार के बारे में भी खुलकर बात कर रहे हैं। सभाओं में आए लोगों को बता रहे हैं कि ‘आप’ सरकार ने सड़कों को सुधारने के लिए बड़े स्तर पर काम किया है। पिछले नौ साल में विभिन्न इलाकों को सड़कों से जोड़ा है। अब तक करीब 10 हजार किलोमीटर नई सड़क बनाई गई है। इतना ही नहीं, दिल्ली को जाम से बचाने के लिए कई फ्लाईओवर का भी निर्माण किया है, ताकि लोग कम समय में अपने गंतव्य पर पहुंच सकें।
पार्टी के कार्यकर्ता लोगों को बता रहे हैं कि ‘आप’ की सरकार बनने से पहले और आजादी के बाद बीते 65 साल में केवल 62 फ्लाईओवर बने थे, जबकि ‘आप’ सरकार ने मात्र नौ साल में 38 नए फ्लाईओवर बनवाए हैं। यह दिखाता है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की सड़कों की सुधार को लेकर कितनी गंभीर है। हमारी सरकार से पहले दिल्ली में बसों की भारी कमी थी। लोगों को लंबे समय तक बसों का इंतजार करना पड़ता था और बसों के अंदर भारी भीड़ हुआ करती थी। काफी बसें अपनी उम्र भी पूरी कर चुकी थी, जिन्हें बदलने की जरूरत थी।
‘आप’ सरकार ने आम आदमी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बस बेड़े का विस्तार करना शुरू किया। पुरानी और उम्र पूरी कर चुकी बसों की जगह नई बसें लाई गईं। साथ ही दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों को भी लाया गया। आज दिल्ली के अंदर 7,700 बसें हैं, जबकि पहले इनकी संख्या केवल 5,000 थी। पार्टी के कार्यकर्ता ‘रेवड़ी पर चर्चा’ के दौरान लोगों से फीडबैक भी ले रहे हैं। लोगों से मिले फीडबैक को पार्टी के कार्यकर्ता शीर्ष नेताओं तक पहुंचा रहे हैं।
–आईएएनएस
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