खगड़िया (बिहार), 9 मार्च (आईएएनएस)। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बिहार के खगड़िया स्थित संसारपुर मैदान पहुंचे। उन्होंने उपस्थित हजारों अनुयायियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन को कैसे निरोग रखा जाए और प्रसन्नता से जिया जाए, इसे सीखना जरूरी है।
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि पैसे के पीछे भागना और उस चक्कर में अपने स्वास्थ्य और खुशियों का बलिदान देना कहीं से उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जीवन यापन करने के लिए संसाधन की जरूरत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम अपनी स्वास्थ्य और खुशियों का बलिदान दे दें। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता आपको तभी मिलेगी जब आप स्वस्थ, निरोग और प्रसन्न होंगे।
उन्होंने आजादी के पहले सनातन धर्म के धरोहरों पर हुए हमले की चर्चा करते हुए कहा कि यह तय था कि देश की आजादी के बाद एक न एक दिन सनातन मजबूत होगा।
हाल के दिनों में प्रयागराज में लगे महाकुंभ की भी उन्होंने चर्चा की और उपस्थित अनुयायियों में कुंभ से सकुशल लौटने वाले लोगों को बधाई भी दी। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक रविशंकर महाराज ने बताया कि कैसे भारत समेत सौ से ज्यादा देशों में आर्ट ऑफ लिविंग के उद्देश्य को जानकार लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, “आप ठीक रहेंगे, तभी सब कुछ और सब लोग ठीक लगेंगे।” उन्होंने लोगों से गुरु दक्षिणा की मांग करते हुए कहा कि आपके मन के जो भी दुख, कष्ट, पीड़ा, परेशानी और निराशा हैं, वह सब हमें गुरु दक्षिणा में दे दें।
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि उनके आने का उद्देश्य है, सभी खुश रहें, सभी आनंदित रहें, सभी तरक्की करें। ‘द आर्ट ऑफ लिविंग’ के संस्थापक ने कहा कि अच्छे कर्म करें, ईश्वर पर विश्वास रखें, खुलकर जीवन जीएं, सब अच्छा होगा।
इस कार्यक्रम में बिहार और देश के अलग-अलग हिस्सों से आए कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
–आईएएनएस
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