नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र और झारखंड के साथ इस साल नवंबर में दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव कराने की मांग की।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने आप द्वारा यहां रविवार को ‘जनता की अदालत’ नाम से आयोजित केंद्र की एनडीए सरकार को चुनौती देते हुए कहा, “आप चुनाव कराओ, हम तैयार हैं।” उन्होंने कहा कि यदि वे नवंबर में चुनाव नहीं कराते हैं तो इसका मतलब कि भाजपा डर गई है और वे चुनाव हार गए हैं। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल अगले साल फरवरी में पूरा हो रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मुख्यमंत्री बनने के लिए बेताब नहीं हैं। उन्होंने सदैव केवल जनता के लिए काम किया है। कभी भी अपने या अपने परिवार के लिए काम नहीं किया।
आप नेता ने कहा कि सारी पार्टियों के अंदर जब चुनाव के टिकट देने की बात आती है तो विधायक, सांसद का टिकट देते समय इनको अपने बच्चे याद आते हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कभी अपने किसी रिश्तेदार को आज तक टिकट नहीं दिया। मैंने कभी अपने बेटे को टिकट नहीं दिया। मैंने आपके बच्चों को टिकट दिया है। आपके बच्चों के लिए स्कूल बनाए, हमेशा आपके बच्चों का ख्याल रखा।”
उन्होंने कहा कि जब नया मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तो भाजपा वालों ने यह बात खूब उछाली कि केजरीवाल अपनी पत्नी को नया मुख्यमंत्री बनांएगे। हमने “अपनी कार्यकर्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया है”।
केजरीवाल ने कहा कि आज देश की जनता जान गई है, डबल इंजन सरकार मतलब महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई चोरी नहीं की है। इसीलिए वह छाती चौड़ी करके जनता के बीच में जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि मैं ईमानदार हूं तो मुझे वोट देना, वरना वोट मत देना। मेरे अंदर यह कहने की हिम्मत है क्योंकि मैंने चोरी नहीं की है।”
–आईएएनएस
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