बेंगलुरू, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील बृजेश कलप्पा ने बुधवार को कहा कि सरकार को आम लोगों की चिंता नहीं है, उन्होंने कहा कि बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करने की तत्काल आवश्यकता है, जहां प्रधानमंत्री के भाई परिवार संग हादसे के शिकार हुए थे।
मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मैसूर-नंजनगुड मार्ग पर प्रधानमंत्री के भाई प्रह्लाद मोदी के हादसे में घायल होने के बाद इलाज के लिए सरकार तत्पर दिखी। मौजूदा सरकार का हाल यह है कि वह उसी 10-लेन के बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे पर आम यात्रियों की मौत को स्वीकार नहीं करती है।
आम आदमी पार्टी के राज्य कार्यालय में बोलते हुए, कलप्पा ने कहा, विभिन्न रिपोटरें के आधार पर इस एक्सप्रेसवे में पिछले तीन महीनों में कम से कम 65 दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें कम से कम 36 मौतें हुई हैं। सरकार के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ करना सही नहीं है। राजमार्ग का निरीक्षण करने के लिए जल्द से जल्द एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाना चाहिए और इसकी रिपोर्ट के आधार पर खामियों को दूर किया जाना चाहिए। निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करना सरकार के लिए सही नहीं है।
उन्होंने कहा- यहां तक कि जब मामूली बारिश होती है, तब भी राजमार्ग पर कई जगहों पर पानी इकट्ठा हो जाता है और बाढ़ जैसे हालात हो जाते हैं। सड़क के किनारे की नालियों के संबंध में डिजाइन की खामियों और सर्विस सड़कों पर अवैज्ञानिक काम के कारण गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। सड़कों का डामरीकरण भी खराब है। उद्घाटन के कुछ ही महीनों के भीतर सड़क टूट गई। जबकि मैसूर के सांसद, प्रताप सिम्हा 10-लेन एक्सप्रेसवे के बारे में शेखी बघारने का अवसर नहीं गंवाते हैं। वह हादसों के बारे में कुछ नहीं बोलते, वास्तव में, वह इन मुद्दों को अनदेखा करके या उनके बारे में बात न करके एक कवर-अप करते हैं।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की, जो 29 दिसंबर से राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, उन्हें बेलगावी सीमा विवाद मुद्दे पर चर्चा के लिए आम आदमी पार्टी सहित सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। बृजेश कलप्पा ने बेलगावी सीमा विवाद मुद्दे पर कहा- भले ही बीजेपी, कर्नाटक और महाराष्ट्र में ट्रिपल-इंजन सरकार का दावा करती है, लेकिन वह बेलगावी और कर्नाटक की दुर्दशा पर आंखें मूंदे हुए हैं। शाह को इस मौके का फायदा उठाना चाहिए और सभी पक्षों को भरोसे में लेकर मसले को सुलझाना चाहिए।
–आईएएनएस
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