नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, उनकी पत्नी और अन्य की 52 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त किए जाने के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के बयान के बाद आप ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आप ने ईडी के दावों का खंडन करते हुए कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री की केवल 16 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है।
आप ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक ट्वीट में लिखा- मोदी के ईडी का एक और शर्मनाक झूठ। ईडी द्वारा आज कुर्क की गई कुल संपत्तियों में से केवल 11 लाख रुपये वाला एक बैंक खाता और सिसोदिया का 5 लाख का एक फ्लैट अटैच किया गया है। सिसोदिया की संपत्ति की कीमत कुल मिलाकर 16 लाख रुपये तक ही है।
आप ने कहा कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सिसोदिया का फ्लैट 2005 में खरीदा गया था और इसकी कीमत 5.07 लाख रुपये है। जबकि, पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में उनकी पत्नी सीमा सिसोदिया का फ्लैट 65 लाख रुपये का है और इसे 2018 में खरीदा गया था। ये दोनों फ्लैट साल 2018 से पहले खरीदे गए थे, जबकि एक्साइज पॉलिसी का कहीं जिक्र तक नहीं था।
आप की ओर से यह खंडन तब किया गया है जब ईडी ने दावा किया कि उसने मामले के सिलसिले में सिसोदिया, उनकी पत्नी, अमनदीप सिंह ढल्ल, राजेश जोशी, गौतम मल्होत्रा और अन्य की 52.24 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
ईडी ने कहा कि 52.24 करोड़ रुपये की जो संपत्ति कुर्क की गई है उसमें 7.29 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है। जिसमें मनीष सिसोदिया और उनकी पत्नी सीमा सिसोदिया की 2 अचल संपत्तियां, राजेश जोशी की चेरियट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की जमीन-फ्लैट और गौतम मल्होत्रा की जमीन-फ्लैट शामिल है।
वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा कि कुर्की में 44.29 करोड़ रुपये की चल संपत्ति भी शामिल है, जिसमें सिसोदिया के बैंक में जमा 11.49 लाख रुपये, ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के 16.45 करोड़ रुपये और अन्य के बैंक बैलेंस भी शामिल हैं।
ईडी ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है और पांच आरोपपत्र दाखिल किये हैं। मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ईडी का मामला पिछले साल 17 अगस्त को सिसोदिया और अन्य के खिलाफ दर्ज सीबीआई की एफआईआर पर आधारित है। सीबीआई ने इस साल 26 फरवरी को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था और ईडी ने बाद में 9 मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया था। मनीष सिसोदिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
–आईएएनएस
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