नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी करते हुए स्पष्ट बहुमत हासिल किया। 70 में से 48 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) को 22 सीटें मिलीं। कांग्रेस एक बार फिर खाता खोलने में नाकाम रही। इस हार पर आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता मयंक गांधी ने केजरीवाल और उनकी पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
मयंक गांधी ने कहा कि आम आदमी पार्टी सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती थी, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “आप नेता सिर्फ आरोप लगाने और झूठे वादे करने में माहिर हैं। मैं भी कभी इनके झांसे में आ गया था, लेकिन जल्द ही मुझे हकीकत समझ में आ गई और मैं पार्टी से अलग हो गया। मगर इस पार्टी ने पूरे दिल्लीवासियों को धोखा दिया। इन्होंने यमुना साफ करने का वादा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सड़कों की हालत जर्जर रही, विकास कार्य ठप रहे और पार्टी केवल दूसरों को कोसने में लगी रही। जनता अब इस बात को समझ गई है और इस झूठ का पर्दाफाश हो गया है।”
उन्होंने आगे कहा कि उनकी आंखें 2015 में ही खुल गई थीं, लेकिन जनता को यह समझने में थोड़ा अधिक समय लग गया। “अब केजरीवाल की राजनीति खत्म हो चुकी है। 2015 में जब मैं चुनाव प्रचार के लिए जाता था, तो लोगों में कांग्रेस के प्रति गुस्सा दिखता था। इस बार वही गुस्सा आम आदमी पार्टी के खिलाफ था। जनता ने इस गुस्से को वोट में तब्दील किया और नतीजा सबके सामने है।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लेकर मयंक गांधी ने कहा कि एक बार सिसोदिया ने उनसे कहा था कि कुछ लोग इतिहास बनाते हैं और कुछ लोग इतिहास लिखते हैं। “आज मैं सिसोदिया को याद दिलाना चाहता हूं कि उन्होंने जो इतिहास लिखा है, उसने देश को कितना नुकसान पहुंचाया है। मैं पार्टी का संस्थापक सदस्य था और कई मौकों पर पार्टी का बचाव भी किया, लेकिन जब शीश महल का मामला सामने आया, तो मेरी बोलती बंद हो गई। मैं इसका कोई तर्क नहीं दे सकता था।”
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी का उद्देश्य एक राजनीतिक विकल्प नहीं, बल्कि एक वैचारिक विकल्प देना था। लेकिन 2015 के बाद, जब पार्टी ने पंजाब में राजनीति शुरू की, तब से इसने अपनी मूल विचारधारा से समझौता कर लिया। “इसके बाद आम आदमी पार्टी भी बाकी पार्टियों की तरह सिर्फ सत्ता के लिए काम करने लगी। झूठ और भ्रष्टाचार में यह बाकी दलों से आगे निकल गई थी। आज जनता ने इसका फंडाफोड़ कर दिया है।”
मयंक गांधी ने शराब घोटाले, स्वाति मालीवाल से मारपीट और शीशमहल मामले को लेकर भी केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “इन तीनों मामलों का कोई औचित्य नहीं हो सकता। केजरीवाल का अहंकार यही है कि वह खुद को सबसे ऊपर समझते हैं। वह हमेशा चाहते थे कि उनके आसपास सिर्फ वही लोग रहें, जो उनकी हां में हां मिलाते रहें। अगर कोई उनका विरोध करता, तो उसे पार्टी से निकाल दिया जाता।”
उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी का अब कोई भविष्य नहीं है। “मैं अरविंद केजरीवाल को अच्छी तरह जानता हूं। वह हार को बर्दाश्त नहीं कर सकते। जब भी वह हारते हैं, उनका आक्रामक रूप सामने आ जाता है। मुझे पता चला है कि कई वरिष्ठ अधिकारियों के पास केजरीवाल के भ्रष्टाचार से जुड़ी फाइलें पड़ी हैं। अब वे एक-एक करके बाहर आएंगी और आम आदमी पार्टी पूरी तरह बिखर जाएगी। पार्टी में अब कोई मजबूत नेता नहीं बचा है। आतिशी सिर्फ केजरीवाल की कठपुतली हैं, उन्हें नेता मानना गलत होगा।”
शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को लेकर उन्होंने कहा कि संदीप को भले ही वोट न मिले हों, लेकिन उन्होंने अपनी मां को न्याय दिलाया है। “शीला दीक्षित ने दिल्ली के लिए बहुत काम किया था, लेकिन उनके निधन के बाद कांग्रेस ने उन्हें भुला दिया। अब उनके बेटे ने उनका सम्मान वापस दिलाने का प्रयास किया है।”
इंडिया गठबंधन को लेकर मयंक गांधी ने कहा कि यह गठबंधन केवल चुनावी मजबूरी थी और इसका कोई भविष्य नहीं था। “सभी पार्टियां चुनाव जीतने के लिए साथ आईं थीं, लेकिन अब वे अपने-अपने रास्ते चली गई हैं। आम आदमी पार्टी की तरह इंडिया गठबंधन भी खत्म हो चुका है।”
मयंक गांधी ने आम आदमी पार्टी की राजनीति को पूरी तरह विफल करार देते हुए कहा कि अब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी और विकास का नया दौर शुरू होगा। उन्होंने दावा किया कि जनता ने इस चुनाव में झूठ और भ्रष्टाचार को सिरे से खारिज कर दिया है और अब दिल्ली में पारदर्शी शासन की नींव रखी जाएगी।
–आईएएनएस
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