पटना, 2 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश आम बजट में बिहार को कई बड़ी सौगातें मिली हैं, जिनसे राज्य के विकास में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। बिहार सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने इस बजट को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि इसमें राज्य का विशेष ध्यान रखा गया है।
प्रेम कुमार ने रविवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि बजट ऐतिहासिक है और बिहार का विशेष ध्यान रखा गया है। इसका कारण यह है कि आजादी के बाद बिहार पिछड़ गया था, लेकिन अब बिहार को विकास के नए मौके मिल रहे हैं। बिहार के लिए सबसे महत्वपूर्ण घोषणाओं में से एक है मखाना बोर्ड का गठन। यह बोर्ड उत्तर बिहार के मखाना उत्पादकों के हितों की रक्षा करेगा और उन्हें उचित मूल्य दिलाने का काम करेगा। उत्तर बिहार के मखाना उत्पादकों की मेहनत का उचित मूल्य मिलना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए मखाना बोर्ड का गठन किया गया है, ताकि उनके उत्पादों को बेहतर ब्रांडिंग मिल सके और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान मिल सके।
उन्होंने कहा कि बजट में गरीबों के लिए आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया गया है। सरकार ने गरीबों के लिए आवास योजना, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं को सुलभ बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके साथ ही, हर सेक्टर में विकास को प्राथमिकता दी गई है।
बजट पर सवाल उठा रहे विपक्षी दलों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग बजट की आलोचना कर रहे हैं, उनकी सरकार 50 साल तक केंद्र में थी और लालू यादव ने 15 साल तक बिहार में शासन किया। तो क्या हुआ बिहार का? आज हम एनडीए सरकार में हैं और हमारा एजेंडा केवल विकास का है। बिहार में सुशासन और अच्छे काम हो रहे हैं, जनता इसका समर्थन कर रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हमने पिछले चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है और आने वाले चुनावों में भी हम जनता के बीच विकास का संदेश लेकर जाएंगे। हमारा मुख्य उद्देश्य गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों और हर वर्ग के लिए योजनाओं का विस्तार करना है।
–आईएएनएस
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