नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। आयरन शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह इंसानी शरीर में हीमोग्लोबिन बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है।
हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो रक्त की लाल कोशिकाओं (आरबीसी) में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है। इसके अलावा, आयरन हार्मोन उत्पादन और तंत्रिका तंत्र की सामान्य कार्यप्रणाली के लिए भी आवश्यक है। शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो ऑक्सीजन की कमी के कारण थकान, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, घबराहट और सिर दर्द जैसे लक्षण पैदा कर सकती है।
आयरन के स्तर को बनाए रखने के लिए आयरन सप्लीमेंट्स, जैसे कि आयरन साल्ट और आयरन की गोलियां ली जाती हैं। डॉक्टरों की सलाह के अनुसार इन्हें लेना सामान्यत: सुरक्षित होता है, लेकिन आयरन की गोलियों के अधिक सेवन के गंभीर नुकसान भी हैं, इसे अगर अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह इंसानी शरीर पर बहुत नुकसान डालता है।
हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पंचकर्म केंद्र चलाने वाले डॉक्टर अमित कहते हैं कि वैसे तो आयरन की गोलियों के बहुत फायदे हैं। यह हार्मोन उत्पादन और तंत्रिका तंत्र की सामान्य कार्यप्रणाली के लिए भी आवश्यक है। और तमाम प्रकार के शारीरिक विकारों को दूर करने के काम आता है, लेकिन यदि आयरन की गोलियों को अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह शरीर में कई बड़ी समस्याएं भी पैदा कर सकती हैं।
वह कहते हैं, “आयरन सप्लीमेंट्स को अधिक मात्रा में लेने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम जैसे सूजन, कब्ज, दस्त, गैस और पेट में ऐंठन उत्पन्न हो सकते हैं। ये लक्षण सामान्यतः अस्थायी होते हैं और आयरन की खुराक को समायोजित करने से इन पर काबू पाया जा सकता है।”
इसके अलावा, वह कहते हैं कि आयरन के अधिक सेवन से व्यक्ति के मुंह में धातु जैसा स्वाद भी महसूस हो सकता है। खासकर यह तब होता है जब आयरन को तरल रूप में लिया जाए। कुछ लोगों को आयरन की खुराक से एलर्जी प्रतिक्रियाएं भी हो सकती हैं, जिसमें दाने, खुजली, सूजन, चक्कर आना या सांस लेने में कठिनाई शामिल होती हैं।
उन्होंने आगे बताया, “कई बार आयरन की गोलियों का सेवन अधिक मात्रा में कर लेने से मतली और उल्टी भी हो सकती है, विशेष रूप से यह तब होता है जब व्यक्ति ने इन्हें खाली पेट लिया हो। इन लक्षणों को कम करने आयरन की खुराक को कम करना बहुत जरूरी है। इसके अलावा आयरन की गोलियों का सेवन करने के बाद मल का रंग गहरा या काला हो सकता है, हालांकि लोगों को इससे कोई परेशानी नहीं होती है।”
–आईएएनएस
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