नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100वें वर्ष के अवसर पर पश्चिम विहार में विशेष शस्त्र पूजा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार और अन्य स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजा का विधिपूर्वक अनुष्ठान किया।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा, “ठीक 100 साल पहले, विजयादशमी के पावन अवसर पर, केशव बलिराम हेडगेवार ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। आज हम इसके शताब्दी वर्ष का जश्न मना रहे हैं। हम शक्ति के उपासक हैं। भक्ति में शक्ति है, शस्त्र, नैतिकता, शिक्षा और समाज की एकता में शक्ति है, इसी तरह जितने भी शक्ति के स्वरूप हैं, उन सभी के रूप में हम पूजन करते हैं। हम यह प्रार्थना करते हैं कि व्यक्ति से समाज और समाज से राष्ट्र तक सभी सशक्त हों।”
उन्होंने कहा कि हम सभी भेदों से मुक्त होकर एकता के साथ जीएं, ताकि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ और ‘एक जन-नेक जन’ प्रतिष्ठित हों। संघ की शाखा व्यक्ति को संस्कारों के जरिए अच्छा बनाती है। उसके आचरण के अंदर उन चीजों को लाती है, जिससे घर-परिवार और समाज अच्छे बनें।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता बैजयंत पांडा ने आईएएनएस से कहा, “आज एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं। पिछले 100 सालों में संघ दुनिया की सबसे बड़ी स्वयंसेवक संस्था के रूप में विकसित हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि संघ का मिशन व्यक्ति निर्माण से लेकर राष्ट्र निर्माण तक अपने आप में अतुलनीय है। जहां कहीं भी कोई समस्या आई हो, चाहे प्राकृतिक आपदा रही हो या फिर देश के सामने कोई बड़ा संकट खड़ा हुआ हो, वहां लाखों-करोड़ों स्वयंसेवक त्याग और समर्पण के साथ राष्ट्र के लिए खड़े हुए हैं।
बैजयंत पांडा ने कहा कि भारत के पुनर्निर्माण और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने में संघ का योगदान अत्यंत महत्त्वपूर्ण और ऐतिहासिक है। इसकी सेवा-यात्रा निरंतर आगे बढ़ रही है और देशहित में यह कार्य प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने हमेशा राष्ट्रहित में कार्य किया है और उसका यह ट्रैक रिकॉर्ड सभी को ज्ञात है। आज जो कांग्रेस नेता अपनी राजनीति के लिए जो आरोप लगाते हैं, वे पूरी तरह से गलत हैं और उनकी असलियत अब देश की जनता अच्छी तरह समझ चुकी है।
भाजपा विधायक शिखा राय ने कहा, “इस विजयादशमी पर, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 100 वर्ष पूरे कर रहा है, मैं सभी को हार्दिक बधाई देती हूं। हमें गर्व है कि हमारा देश ऐसा संगठन रखता है जिसकी स्थापना 1925 में राष्ट्रीय चेतना, जागरण और उत्थान के लिए हुई थी। आज यह संगठन देश के हर कोने तक पहुंच चुका है जहां इसकी जरूरत है।”
एक स्वयंसेवक ने कहा, “संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर सभी स्वयंसेवक एकजुट हैं। यह सिर्फ संगठन का उत्सव नहीं, बल्कि प्रत्येक स्वयंसेवक के जीवन का उत्सव है। अगले 100 वर्षों में भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए अधिक अनुशासन, समर्पण और त्याग के साथ कार्य करना हमारी जिम्मेदारी है। यही हमारी प्रतिज्ञा और भक्ति है।”
–आईएएनएस
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