मुंबई, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट को 25 आधार अंक कम करते हुए 6 प्रतिशत करने का फैसला लिया है। इसे शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स ने सराहा है। वहीं, शेयर मार्केट एक्सपर्ट सुनील शाह ने बुधवार को कहा कि आरबीआई के इस कदम से उपभोग को बढ़ावा मिलेगा।
शेयर बाजार के जानकार, सुनील शाह ने कहा, “आरबीआई का यह कदम सराहनीय है। पहले बजट में छूट दी गई, इसके बाद इनकम टैक्स में रियायत मिली, इससे आम आदमी की जेब में पैसा बचने लगा। आरबीआई ने पहले भी 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की और एक बार फिर बुधवार को 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई। जनवरी से पहले उपभोग को लेकर परेशानी बनी हुई थी कि इसमें बढ़ोतरी नहीं हो पा रही थी। आरबीआई के इस कदम से उपभोग को बढ़ावा मिलेगा।”
शाह ने कहा, “हालांकि, आरबीआई के इस फैसले का असर एक ही रात में देखने को नहीं मिलेगा। इसका प्रभाव कम से कम 2 से 3 तिमाही में देखने को मिलेगा। कुछ समय बाद दिखेगा कि उपभोग बढ़ रहा है। लोग पैसा खर्च करेंगे और इस तरह देश की जीडीपी के लिए यह सकारात्मक होगा।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ को लेकर शाह ने कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति बनने पर डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर घोषणा कर दी। हालांकि, वे काफी समय से टैरिफ लगाने की बात कह भी रहे थे। पिछले सप्ताह जब हकीकत में ऐसा हुआ तो दुनिया भर के स्टॉक मार्केट में भूचाल आ गया। इसका असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला। हालांकि, भारतीय बाजार में दूसरे देशों के मार्केट के मुकाबले कुछ कम गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को बाजार ने वापसी की, यूरोप मार्केट अच्छा चल रहा था, यूएस मार्केट भी सकारात्मक खुला। लेकिन, ट्रंप प्रशासन के चीन पर एडिशनल टैरिफ की घोषणा के साथ ही मार्केट में चिंता का माहौल पैदा हुआ, क्योंकि सभी को ट्रेड वॉर का भय है।”
उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि ट्रेड वॉर में कोई विनर नहीं होता है। अगर स्थिति में किसी तरह का बदलाव नहीं होता है तो अमेरिका की मुद्रास्फीति पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इससे अमेरिकियों के खर्च में भी गिरावट आ जाएगी, जिससे उपभोग कम हो जाएगा। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की स्थिति आती है तो इसका असर दुनिया की सारी अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलेगा।”
–आईएएनएस
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