मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।
–आईएएनएस
एकेजे/
ADVERTISEMENT
मुंबई, 8 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) में ओवर द काउंटर (ओटीसी) बाजार में सोने की कीमत के जोखिम की हेजिंग की अनुमति देने का फैसला किया है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि यह कदम घरेलू संस्थाओं को सोने की कीमत के जोखिम को कुशलतापूर्वक हेज करने के लिए लचीलापन प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
दिसंबर 2022 में घरेलू संस्थाओं को आईएफएससी में मान्यता प्राप्त एक्सचेंजों तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। आरबीआई ने कहा कि हेजिंग सुविधा अब उन्हें सोने की कीमतों के प्रति अपने जोखिम को कम करने के लिए अधिक लचीलापन और डेरिवेटिव उत्पादों तक आसान पहुंच प्रदान करेगी।