लंदन, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरपोल ने मई 2021 में भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी के अपहरण और प्रताड़ना के संदिग्ध लोगों के खिलाफ तीन रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए हैं। ये कदम एंटीगुआ और बारबुडा के अधिकारियों के अनुरोध पर उठाए गए थे।
द्वीप राष्ट्र के पुलिस बल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है: उन रेड नोटिसों को मंजूरी दी गई थी (देश के एक मजिस्ट्रेट कोनलिफ क्लार्क द्वारा) और जारी किया गया था (इंटरपोल द्वारा)।
इंटरपोल नोटिस भारतीय कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों के लिए एक झटका है, जो चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक को 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हैं और भारत में उससे पूछताछ करना चाहते हैं।
चोकसी इस आरोप से इनकार करते हैं और जोर देकर कहते हैं कि उनकी कंपनियों ने बैंक से लिए गए कर्ज पर कभी डिफॉल्ट नहीं किया।
चोकसी 2017 से एंटीगुआ और बारबुडा का नागरिक है, ने शिकायत की कि उसे पीटा गया, आंखों पर पट्टी बांध दी गई और जबरन एंटीगुआ से वेस्टइंडीज के एक अन्य द्वीप डोमिनिका तक एक नाव पर ले जाया गया।
इस शिकायत को प्रथम ²ष्टया एंटीगुआन पुलिस के साथ-साथ एक डोमिनिकन अदालत द्वारा एक अंतरिम खोज द्वारा सही ठहराया गया था।
चोकसी ने आरोप लगाया था कि उसे एंटीगुआ में हंगरी की एक महिला के फ्लैट में फुसलाया गया था। इसके बाद ब्रिटेन के दो भारतीय मूल के पुरुष उसे डोमिनिका ले गए और उसे डोमिनिकन पुलिस को सौंप दिया।
कथित तौर पर भारतीय कानून प्रवर्तन अधिकारी एक पट्टे पर कतर एयरवेज के कार्यकारी जेट पर डोमिनिका में गुप्त रूप से उसे भारत ले जाने के लिए पहुंचे, लेकिन चोकसी की अवैध हिरासत की खबर को सार्वजनिक कर एक स्थानीय रेडियो प्रस्तोता, लॉफ्टस डूरंड ने विफल कर दिया।
इस बीच एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस आयुक्त एटली रोडनी ने अपने बल और चोकसी के बीच किसी भी तरह की मिलीभगत से इनकार किया है, जैसा कि एक भारतीय समाचार एजेंसी द्वारा एक लेख में कहा गया है।
–आईएएनएस
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