नई दिल्ली, 30 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) मंगलवार को दो अलग-अलग इंडिगो विमानों में आई इंजन से संबंधित समस्याओं का व्यापक “तकनीकी मूल्यांकन” कर रहा है।
विमानन नियामक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “डीजीसीए एयरलाइन ऑपरेटर के साथ कड़ा सहयोग बनाए रखते हुए इन दोनों घटनाओं के तकनीकी मूल्यांकन की निगरानी कर रहा है।”
मंगलवार को कुछ घंटों के अंतराल में दूसरी घटना में कोलकाता से बेंगलुरु जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट में हवा में खराबी आ गई। इस घटना में विमान का एक इंजन बंद हो गया, हालांकि, फ्लाइट सुरक्षित रूप से उतरने में सफल रही।
एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “कोलकाता से बेंगलुरु जाने वाली इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 455 तकनीकी समस्या के कारण उड़ान भरने के बाद कोलकाता लौट आई।
पायलट ने मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया और कोलकाता में प्लेन को वापस उतार लिया। यात्रियों को बेंगलुरु लाने के लिए एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की जा रही है। यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।”
इससे पहले मंगलवार को मदुरै से उड़ी इंडिगो प्लेन एक इंजन बंद होने के बावजूद मुंबई हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतर गई। एयरबस ए321 सुरक्षित रूप से मुंबई में लैंड कराया गया।
इस मामले पर एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “मदुरै से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की उड़ान 6ई 2012 में मुंबई में लैंडिंग से पहले एक तकनीकी समस्या थी। पायलट ने मुंबई में लैंडिंग को प्राथमिकता दी। विमान को मुंबई में रोक दिया गया है। प्लेन आवश्यक रखरखाव के बाद परिचालन में वापस आ जाएगा। यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद है।”
दरअसल, दुनियाभर में लगभग 200 इंजनों को प्रभावित करने वाले पीडब्ल्यू1100जी इंजनों पर सामग्री संबंधी विसंगतियों के बारे में प्रैट एंड व्हिटनी की घोषणा के बाद, एयरोस्पेस मैन्युफैक्चर ने इंजन श्रृंखला के सीरियल नंबरों को सूचीबद्ध करते हुए सेवा निर्देश (एसआई) जारी किए।
जिन्हें शॉप विजिट के दौरान एंगल अल्ट्रासोनिक स्कैन निरीक्षण करने के लिए हटाया जाना आवश्यक है। इसे 15 सितंबर से पहले हटाया जाना जरूरी है।
–आईएएनएस
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