पटना, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। दो चरणों में होने वाले मतदान और 14 नवंबर को मतगणना की घोषणा के बाद नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। जहां कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने इंडिया गठबंधन की जीत का दावा किया, वहीं कुछ नेताओं ने निष्पक्ष चुनाव की मांग को जोरदार तरीके से उठाया।
बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि चुनाव की घोषणा लोकतंत्र का महापर्व है, जिसका बिहार की जनता को बेसब्री से इंतजार था।
उन्होंने कहा, “हमें तैयारी के लिए बहुत कम समय मिला है, लेकिन हम पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेंगे। इंडिया गठबंधन के नेता जल्द ही रणनीति बनाकर चुनावी तैयारियों में जुट जाएंगे।”
राजेश कुमार ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सभी निर्णयों का पालन किया जाएगा और गठबंधन पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगा।
वहीं, समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने बिहार में इंडिया गठबंधन की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को सत्ता से हटाना है। 14 नवंबर को मतगणना के बाद इंडिया गठबंधन पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा।”
मेहरोत्रा ने निष्पक्ष चुनाव पर जोर देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चुनाव हो रहे हैं और यदि भाजपा या चुनाव आयोग ने कोई गड़बड़ी करने की कोशिश की, तो बिहार में बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा, जिसे कोई भी सरकार दबा नहीं पाएगी।
समाजवादी पार्टी के एक अन्य नेता एसटी हसन ने कहा कि विपक्ष एक चरण में चुनाव कराने के पक्ष में था, लेकिन आयोग ने दो चरणों में मतदान का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, “चुनाव तो होने ही थे। हम चाहते थे कि यह एक ही चरण में हो, लेकिन अब जो तारीखें तय हुई हैं, हम उसका स्वागत करते हैं और पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।”
–आईएएनएस
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