Wednesday, October 1, 2025
deshbandhu
No Result
View All Result
  • Login
  • Register
No Result
View All Result
Morning News
No Result
View All Result
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

इंद‍िरा गांधी ने की थी वीर सावरकर की प्रशंसा, उनके संघर्षों को किया था याद

by
December 18, 2024
in ताज़ा समाचार
0
इंद‍िरा गांधी ने की थी वीर सावरकर की प्रशंसा, उनके संघर्षों को किया था याद
0
SHARES
2
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

READ ALSO

एमएल. कोट्रू के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, कहा- पत्रकारिता को दिया अनमोल योगदान

महाअष्टमी की रात शख्स की गोली मारकर हत्या, एक घायल

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

ADVERTISEMENT

नई द‍िल्ली, 18 द‍िसंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी वीर सावरकर की आलोचना करती रहती है। व‍िशेषकर लोकसभा में व‍िपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अक्‍सर सावरकर पर हमलावर रहते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी शासन का समर्थक बताते रहते हैं, लेक‍िन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कई माैकों पर सावरकर की देशभक्‍त‍ि की प्रशंसा की और स्‍वतंत्रता संघर्ष में उनके योगदान को याद क‍िया।

26 फरवरी 1966 को वीर सावरकर का नि‍धन हो गया। उनके न‍िधन पर पूर्व प्रधानमंत्री इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि वह एक महान शख्‍स थे। उनका नाम साहस और देशभक्‍त‍ि का पर्याय है। वह एक महान क्रांत‍िकारी थे। अनग‍िनत लोगों ने उनसे प्रेरणा ली।

इंद‍िरा गांधी ने कहा था क‍ि आज हमने एक महान क्रांत‍िकारी को खो द‍िया। सावरकर साहस व वीरता के प्रतीक थे। उन्‍होंने अपने संघर्षों से साहस व त्‍याग का एक नया मापदंड स्‍थाप‍ित क‍िया। आजादी के आंदोलन में उनकी भूम‍िका सराहनीय रही। उन्‍होंने अपने संघर्षों से आजादी का मार्ग प्रशस्‍त क‍िया। ज‍िस पर चलकर आगे देश को परतंत्रता से मुक्‍त‍ि मि‍ली और लोग आजाद हवा में सांस ले सकें।

8 मई 1980 को वीर सावरकर की 100वीं जयंती पर इंद‍िरा गांधी ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर राष्‍ट्रीय स्‍मारक के सच‍िव पंडि‍त बाखले को पत्र ल‍िखा था। पत्र में इंद‍िरा गांंधी ने ल‍िखा था, “प्र‍िय श्री बाखले, मुझे आपका 8 मई 1980 का ल‍िखा पत्र प्राप्‍त हुआ। वीर सावरकर का हमारे स्‍वतंत्रता संग्राम में महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। उन्‍होंने ब्र‍िट‍िश साम्राज्‍य के ख‍िलाफ बहुत साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी। मैं भारत के इस असाधारण सपूत की जन्‍म शताब्‍दी मनाने की योजनाओं की सफलता की कामना करती हूं। इसके जरि‍ए नई पीढ़ी के लोग भारत माता के इस सपूत के संघर्षों से पर‍िच‍ित होंगे और उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।”

उन्‍होंने ल‍िखा था, “वीर सावरकर ने अपना पूरा जीवन भारत माता को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्‍त कराने में लगा द‍िया। उनके इस अथक संघर्ष को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”

उल्‍लेखनीय है क‍ि कांग्रेस पार्टी के नेता अक्‍सर वीर सावरकर की आलोचना करते रहते हैं। वे उनकी देशभक्‍त‍ि पर सवाल उठाते हैं। उन्‍हें अंग्रेजी साम्राज्‍य का समर्थक करार देते रहे हैं। अंडमान के सेलुलर जेल की काल कोठरी में ब‍िताए उनके वर्षों के संघर्ष को नजरंदाज करते रहते हैं। इसे लेकर अक्‍सर भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्‍यारोप की राजनीत‍ि भी होती रहती है।

–आईएएनएस

सीबीटी/एबीएम

Related Posts

ताज़ा समाचार

एमएल. कोट्रू के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक, कहा- पत्रकारिता को दिया अनमोल योगदान

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

महाअष्टमी की रात शख्स की गोली मारकर हत्या, एक घायल

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

बांग्लादेश की महिलाओं को अर्थव्यवस्था में बढ़ती कमजोरी का सामना करना पड़ रहा: रिपोर्ट

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

‘केलवा के पात’ से ‘पद्म विभूषण’ तक: शारदा सिन्हा की अनमोल यात्रा

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

महिला वनडे विश्व कप : भारतीय टीम का विजयी आगाज, श्रीलंका को दी मात, बल्ले और गेंद से दीप्ति का कमाल

October 1, 2025
ताज़ा समाचार

लद्दाख प्रशासन ने सोनम वांगचुक पर लगे उत्पीड़न के आरोपों को नकारा

October 1, 2025
Next Post

‘एक देश, एक कानून’ समय की मांग : प्रेम कुमार

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

116486
Total views : 6029428
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In