भोपाल, 27 नवंबर (आईएएनएस)। इंदौर के एक स्कूल में 10 वर्षीय एक छात्र पर उसके सहपाठियों ने कथित तौर पर ज्योमेट्री कंपास से 100 से अधिक बार हमला किया।
पीड़ित इंदौर के एक निजी स्कूल में कक्षा 4 का छात्र है।
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, लड़के पर उसके सहपाठियों के साथ लड़ाई के दौरान हमला किया गया था। हालांकि, जिस लड़ाई के कारण लड़कों की ओर से इतनी हिंसक प्रतिक्रिया हुई, उसका सटीक कारण अभी तक सामने नहीं आया है।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।
सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन पल्लवी पोरवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”यह एक चौंकाने वाली घटना है। इसके पीछे का कारण एक ही कक्षा के छात्रों के बीच हुई लड़ाई बताई जा रही है। हालांकि, घटना की क्रूरता बहुत चौंकाने वाली है। इतनी कम उम्र के बच्चों के हिंसक व्यवहार का कारण जानने के लिए हमने पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।”
पल्लवी ने आगे कहा कि सीडब्ल्यूसी घटना के संबंध में लड़कों और उनके परिवारों की काउंसलिंग करेगी और पता लगाएगी कि क्या बच्चे ऐसे वीडियो गेम खेलते हैं, जिनमें हिंसक दृश्य होते हैं।
पीड़ित छात्र के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है और मामले की विस्तृत जांच की मांग की है।
एसीपी विवेक सिंह चौहान ने सोमवार को कहा, “घटना में शामिल सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के हैं और कानूनी प्रावधानों के अनुसार उचित कदम उठाए जा रहे हैं।”
–आईएएनएस
एसजीके
भोपाल, 27 नवंबर (आईएएनएस)। इंदौर के एक स्कूल में 10 वर्षीय एक छात्र पर उसके सहपाठियों ने कथित तौर पर ज्योमेट्री कंपास से 100 से अधिक बार हमला किया।
पीड़ित इंदौर के एक निजी स्कूल में कक्षा 4 का छात्र है।
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, लड़के पर उसके सहपाठियों के साथ लड़ाई के दौरान हमला किया गया था। हालांकि, जिस लड़ाई के कारण लड़कों की ओर से इतनी हिंसक प्रतिक्रिया हुई, उसका सटीक कारण अभी तक सामने नहीं आया है।
एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि घटना का संज्ञान लेते हुए बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।
सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन पल्लवी पोरवाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ”यह एक चौंकाने वाली घटना है। इसके पीछे का कारण एक ही कक्षा के छात्रों के बीच हुई लड़ाई बताई जा रही है। हालांकि, घटना की क्रूरता बहुत चौंकाने वाली है। इतनी कम उम्र के बच्चों के हिंसक व्यवहार का कारण जानने के लिए हमने पुलिस से जांच रिपोर्ट मांगी है।”
पल्लवी ने आगे कहा कि सीडब्ल्यूसी घटना के संबंध में लड़कों और उनके परिवारों की काउंसलिंग करेगी और पता लगाएगी कि क्या बच्चे ऐसे वीडियो गेम खेलते हैं, जिनमें हिंसक दृश्य होते हैं।
पीड़ित छात्र के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है और मामले की विस्तृत जांच की मांग की है।
एसीपी विवेक सिंह चौहान ने सोमवार को कहा, “घटना में शामिल सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के हैं और कानूनी प्रावधानों के अनुसार उचित कदम उठाए जा रहे हैं।”
–आईएएनएस
एसजीके